अब राजबब्बर ने दिए गठबंधन के संकेत, कहा- सपा-बसपा के साथ केंद्र में चला चुके हैं सरकार
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनावों के परिणाम को लेकर एग्जिट पोल में अलग-अलग टीवी चैनल भले ही बीजेपी को बढ़त दिखा रहे हों लेकिन पार्टियों के बीच सरकार बनाने को लेकर अलग ही दाव-पेंच जारी है। इसी क्रम में एक तरफ जहां यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तक से हाथ मिलाने के संकेत दिए हैं वहीं कांग्रेस की ओर से राजबब्बर ने भी कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैं।
इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावों में जीत के दावे करते हुए नतीजों के लिए इंतजार करने को कहा है। वहीं यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर ने बड़ा सियासी बयान दे दिया है।
मनमोहन सिंह सरकार में साथ थी सपा-बसपा
एक समाचार चैनल पर त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति से संबंधित सवाल पूछे जाने पर राजबब्बर ने कहा, कि 'उनकी पार्टी ने केंद्र में 10 साल तक सरकार चलाई है जिसमें सपा और बसपा दोनों शामिल थीं।' हालांकि केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार में सपा और बसपा ने उन्हें बाहर से समर्थन दिया था। राजबब्बर उसी का जिक्र कर रहे थे।
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एग्जिट पोल विश्वसनीय नहीं
हालांकि, टीवी चैनलों के द्वारा दिखाए जा रहे एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर उन्होंने सवाल खड़े किए हैं। राजबब्बर ने बिहार चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि 11 मार्च को नतीजे देखने लायक होंगे।
यूपी में चढ़ सकता है सियासी पारा
उल्लेखनीय है कि यूपी में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी बसपा सुप्रीमो मायावती कांग्रेस को लेकर ज्यादा आक्रामक नहीं दिखतीं थीं। राजनीतिक पंडित उस वक्त से ही ये कयास लगा रहे थे कि यदि जरूरत पड़ी तो प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस, सपा का साथ छोड़ बसपा के साथ जा सकती है। लेकिन अखिलेश यादव के एक दिन पहले वाले बयान के बाद आज जिस तरह राजबब्बर का ये बयान आया है, वो यूपी के सियासी पारे को और चढ़ा सकता है।