UP News : ...और लटक गई राजधानी के 10 हज़ार बुजुर्गों की पेंशन
UP News : सत्यापन और तकनीकी खामियों की वजह से बुजुगों की पेंशन में समस्यायें नई बात नहीं है, लेकिन बड़ा सवाल है कि ऐसी समस्याओं का समाधान क्या है?
UP News : सत्यापन और तकनीकी खामियों की वजह से बुजुगों की पेंशन में समस्यायें नई बात नहीं है, लेकिन बड़ा सवाल है कि ऐसी समस्याओं का समाधान क्या है? राजधानी लखनऊ के करीब 10 हजार बुजुर्गों की वृद्धा पेशन अटक गई है। बताया जा रहा है कि बैंक खाते का सत्यापन नहीं होने या ऑनलाइन पेमेंट फेल होने से ये समस्या आई है। अब समाज कल्याण विभाग पेंशनधारकों का सत्यापन कर बैंक खातों का सत्यापन करवाने में जुटा है।
बता दें कि लखनऊ में करीब 75 हजार बुजुर्ग पेंशन के लिए पंजीकृत हैं। इन पेंशन धारकों को हर तिमाही उनके खाते में ऑनलाइन 3 हजार रुपये की पेंशन आती है। इस बार जब किस्त जारी की गई तो उसमें से करीब दस हजार पेंशन धारकों की पेंशन नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि करीब साढ़े सात हजार पेंशनधारकों की डिटेल को सत्यापित करके दोबारा भेजा गया है, वहीं दो हजार पेंशन धारकों का सत्यापन जारी है। करीब 1300 मामले ऐसे हैं, जो ट्रांजेक्शन फेल होने के कारण हुए हैं।
क्या है वृद्धावस्था पेंशन योजना?
सरकार के द्वारा 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग को इस पेंशन योजना का लाभ मिलता है। इस योजना के तहत वो बुजुर्ग पात्र हैं, जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं। शहरी क्षेत्र के लिए आय सीमा 56,460 रुपये वार्षिक और ग्रामीण क्षेत्र के लिए आय सीमा 46,080 रुपये वार्षिक है। इसके तहत प्रत्येक पात्र बुजुर्ग को 1,000 रुपये प्रति माह पेंशन दी जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए बुजुर्ग नागरिक को sspy-up.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा, आवेदन करते समय पासपोर्ट साइज फोटो, जन्मतिथि प्रमाण पत्र, पहचान पत्र और आय प्रमाण पत्र होना आव्य्श्यक है, यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल है, जिससे इसे पारदर्शी और सरल बनाने की कोशिश की गई है। समाज कल्याण विभाग द्वारा सत्यापन के पश्चात् इस योजना का लाभ पात्र बुजुर्ग को दिया जाता है।
अधूरी जानकारी और बैंक खाते का आधार से लिंक न होना बड़ी समस्या
समाज कल्याण विभाग के अधिकारी बैंकों से संपर्क कर बाधित हुई प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। फिलहाल जिन लोगों की पेंशन अटकी है, वह कब तक जारी हो पाएगी, ये अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। समाज कल्याण विभाग अधिकारी सुनीता सिंह का कहना है कि खामियों को दूर किया जा रहा, जिनकी पेंशन रिजेक्ट हुई उसमें कुछ न कुछ कमी है। जैसे बैंक खाते का सत्यापन और बैंक खाते का आधार से लिंक होना, आदि अधूरा है। बाकी अन्य वजहें भी सामने आ रही हैं। इन सबका नए सिरे से सत्यापन कर खामियों को दूर करने का प्रयास हो रहा है, जल्द पेंशन रिलीज़ कर दिया जाएगा।
पहले भी आ चुकी है समस्या
ऐसा पहली बार नहीं है, जब समाज कल्याण विभाग की ओर से ये समस्या आई हो। इसके पहले भी कई बार ऐसी समस्याएं आ चुकी हैं और बुजुर्गों को पेंशन के लिए पूरे साल इन्तजार करना पड़ा है और हर बार बैंक खाते के सत्यापन जैसी खामियां बताई जाती हैं।