Agra News: अधिवक्ता का कारनामा, फर्जी कागजातों पर करवा रहा था आरोपियों की जमानत
Agra News: मुकदमे की पैरवी करते हुए अधिवक्ता कालीचरण कांत ने गौरव प्रजापति को जमानत दिलवा दी । जब सिकंदरा पुलिस ने जमानत ईओ का सत्यापन किया तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया ।
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में अधिवक्ता कालीचरण कांत के खिलाफ 24 घंटे में धोखाधड़ी का दूसरा मुकदमा दर्ज हो गया है। अधिवक्ता कालीचरण कांत पर फर्जी कागजातों से आरोपियों की जमानत करवाने का आरोप है। पुलिस ने अधिवक्ता कालीचरण कांत के साथ जामिनदार प्रेमवती, राजकुमार और गौरव प्रजापति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। न्यू आगरा थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे में वादी बने इंस्पेक्टर सिकंदरा आनंद कुमार शाही के मुताबिक वर्ष 2021 में वादी रविकांत की तहरीर पर थाना सिकंदरा में धारा 457 और 380 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था ।
मुकदमे में गौरव प्रजापति की गिरफ्तारी की गई थी। मुकदमे की पैरवी करते हुए अधिवक्ता कालीचरण कांत ने गौरव प्रजापति को जमानत दिलवा दी। गौरव प्रजापति को जमानत मिलने के बाद जब सिकंदरा पुलिस ने जमानत ईओ का सत्यापन किया तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया। पुलिस जांच में पता चला कि फिरोजाबाद की रहने वाली प्रेमवती और राजकुमार ने फर्जी तरीके से सांठगांठ कर सत्यापन कराकर आरोपी की जमानत करा दी है। जमानत के फर्जी कागजात तैयार करने वाले और सहयोग करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस ने अब मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में कानूनी कार्रवाई करने में जुट गई है ।
24 घंटे में कालीचरण कांत के खिलाफ दर्ज हुआ दूसरा मुकदमा
जमानत के फर्जी कागजात तैयार करने के मामले में अधिवक्ता कालीचरण कांत की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। 24 घंटे के अंदर अधिवक्ता कालीचरण कांत के ऊपर दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया है। 17 दिसंबर को इंस्पेक्टर एमएम गेट अवधेश कुमार अवस्थी ने अधिवक्ता कालीचरण कांत और उसके साथियों के खिलाफ फर्जी तरीके से जमानत कराने का मुकदमा दर्ज कराया था। अब इंस्पेक्टर सिकंदरा आंनद कुमार शाही ने भी इसी तरह के फर्जीवाड़े का मुकदमा अधिवक्ता अरुण कांत के खिलाफ दर्ज कराया है। पुलिस की कार्रवाई से अधिवक्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है। फर्जी तरीके से जमानत कराने के मामलों में पुलिस जांच के साथ तेजी से कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि जमानत के खेल में फर्जीवाड़ा करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।