आगरा: ज्वेलरी लूट मामले में पुलिस ने 5 बदमाशों को 90 किलो चांदी के साथ किया गिरफ्तार
आगरा में चोरों ने 19 जनवरी को एक बड़े लूट को अंजाम दिया था इस मामले में खुलासा करते हुए आज आगरा पुलिस ने 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया है वहीं उनके पास से 90 किलो चांदी भी बरामद हुई है।;
प्रतीकात्मक तस्वीर
आगरा: आगरा में हुई चांदी लूट की बड़ी वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस टीम ने वारदात में शामिल 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों के कब्जे से पुलिस टीम ने 90 किलो चांदी और 47.25 किलो आर्टिफिशियल ज्वेलरी बरामद की है। बदमाशों के कब्जे से पुलिस टीम ने पिस्टल, तमंचा कारतूस और लूटे गए 3 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। वारदात में प्रयुक्त कार भी पुलिस टीम ने बरामद कर ली है।
इस गिरोह के सदस्य दिखावे के लिए मेन पावर सप्लाई का काम पूरे देश में कर रहे थे। मेन पावर सप्लाई करने की आड़ में गिरोह के सदस्य जगह-जगह रेकी करते थे। और मौका मिलने पर लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। 19 जनवरी को गिरोह के सदस्यों ने सदर थाना क्षेत्र में साईं नाथ एक्सप्रेस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड की कार से 111 किलो चांदी की ज्वेलरी और 47.25 किलो आर्टिफिशियल ज्वेलरी लूटी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद से गिरोह के सदस्य फरार चल रहे थे।
पुलिस को सूचना मिली कि चांदी लूटने वाले बदमाश शमशाबाद रोड सीएनजी पंप के पास देवेंद्र उर्फ देवा के मकान पर इकट्ठा है और लूटी गई चांदी का आपस में बटवारा कर रहे हैं। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम ने घेराबंदी की और वारदात में शामिल नरेंद्र निवासी सोनीपत हरियाणा, राजीव सिंह निवासी खटीमा उत्तराखंड, रोहित ठाकुर निवासी मनसुखपुरा आगरा , देवेंद्र उर्फ देवा निवासी मनसुखपुरा आगरा और रामू उर्फ राम प्रकाश निवासी खेरागढ़ आगरा को गिरफ्तार कर लिया। जबकि गजेंद्र, सत्य ठाकुर और सुरेंद्र पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गए।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस वारदात का ताना-बाना रामू उर्फ रामप्रकाश ने रचा था। रामू उर्फ रामप्रकाश ने गिरोह के सदस्यों को चांदी के बारे में जानकारी दी थी। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि वारदात से पहले बदमाशों ने चार-पांच दिन रेकी की थी। 19 जनवरी को मौका मिलते ही बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए। पुलिस अधिकारियों ने वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया। आगरा से दिल्ली तक पुलिस की टीम ने दौड़ लगाई और आखिरकार वारदात का खुलासा कर दिया।
एडीजी राजीव कृष्ण ने वारदात को खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 1 लाख का पुरस्कार देने की घोषणा की है। वारदात में शामिल तीन आरोपी अभी फरार है। पुलिस टीम तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। बताया जा रहा है कि गिरोह के सदस्य दिल्ली में 5 करोड़ की लूट करने वाले थे। लेकिन इसके पहले ही पुलिस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।