आजम खान से मनमुटाव के बीच इस्लामिक संगठन ने अखिलेश यादव को बताया मुस्लिम विरोधी

Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी के मुस्लिम नेताओं से मनमुटाव के खबरों के बीच सुन्नी मुसलमानों के एक धार्मिक संगठन सदस्य ने अखिलेश को मुसलमान विरोधी बताया है।

Report :  Bishwajeet Kumar
Update:2022-04-13 14:55 IST

अखिलेश यादव (तस्वीर : आशुतोष त्रिपाठी, न्यूज़ट्रैक)

UP Latest News : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को लेकर एक सुन्नी मुसलमानों के धार्मिक संगठन के राष्ट्रीय सचिव अखिलेश यादव को मुसलमानों से नफरत करने वाला बताते हुए बड़ा बयान दिया है।

सुन्नी मुसलमानों के धार्मिक संगठन 'ऑल इंडिया तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम' के राष्ट्रीय सचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Rajvi) ने अखिलेश यादव को लेकर बयान देते हुए कहा कि अखिलेश यादव मुस्लिम विरोधी ही नहीं बल्कि मुस्लिमों से सख्त नफरत करने वाले हैं।

क्या कहा मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने?

हाल ही में एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए ऑल इंडिया तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय सचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में काफी ज्यादा फर्क है। इसलिए मुसलमानों को अब दूसरे विकल्प पर विचार करने की जरूरत। मुसलमानों को नसीहत देने के बाद मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव दाढ़ी वाले और टोपी वाले मुसलमानों से नफरत करते हैं।

शहाबुद्दीन रिजवी ने कहा- "अखिलेश यादव ने मुसलमानों का चेहरा बनने से इनकार किया है। उनको अपने साथ रखने से इंकार कर दिया है। उन्हें दाढ़ी कुर्ता और टोपी वाले मुसलमानों से परहेज है। ऐसे में मुसलमानों को चाहिए कि वह किसी वैकल्पिक पार्टी पर विचार करें।" अखिलेश यादव पर यह बयान देते हुए शहाबुद्दीन रिजवी ने सपा नेता शफीकुर्रहमान बर्क और आजम खान को समाजवादी पार्टी कार साथ छोड़ने तक का नसीहत दे दिया।

मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने आजम खान (Aajam Khan) और शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Burke) को समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ने का नसीहत देते हुए कहा कि "आजम खान और बर्क आज कह रहे हैं कि अखिलेश मुसलमानों के हितैसी नहीं हैं। मैं तो 5 महीने से यह कह रहा हूं। चुनाव के दौरान भी यह बात कही थी। तब उन्हें समझ नहीं आ रहा था आज समझ में आया है तो पहली फुर्सत में उन्हें समाजवादी पार्टी छोड़ देना चाहिए।"

अखिलेश-आजम में मनमुटाव

इन दिनों उत्तर प्रदेश की सियासत में यह खबरें काफी तेजी से चल रही हैं कि आजम खान जल्द ही अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से अलग हो सकते हैं। यह खबरें सुर्खियों में तब आई जब हाल ही में रामपुर में आजम खान के समर्थकों द्वारा बुलाए गए बैठक में अखिलेश यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। वहीं आजम खान के समर्थकों ने अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें हमारे कपड़ों से बदबू आती है क्या? आजम खान 2 साल से जेल में बंद है इस दौरान अखिलेश यादव महज एक बार उनसे मिलने गए।

अलग पार्टी बना सकते हैं आजम खान

माना जा रहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे आजम खान जेल से रिहा होते ही अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं। आजम खान के मीडिया प्रभारी ने हाल ही में अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा था कि चुनाव के वक्त मुसलमानों ने उनका एक तरफा समर्थन किया। मगर आज के वक्त में अखिलेश यादव मुसलमानों के साथ नहीं है। बता दें आजम खान के अलावा पार्टी के कई और बड़े मुस्लिम चेहरे अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। जिनमें शफीकुर्रहमान बर्क और अबू आसिम आजमी जैसे नाम शामिल हैं।

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के लिए सबसे बड़ा वोट बैंक एम. वाई. फैक्टर (MY Factor) माना जाता है, यानी कि मुस्लिम और यादव समुदाय के लोग समाजवादी पार्टी के सबसे अधिक समर्थक हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी से बड़े मुस्लिम चेहरों के साथ मनमुटाव चलना आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 में अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 

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