भाजपा के कारनामों से जनता आक्रोशित:अखिलेश
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के कारनामों से जनता आक्रोशित है। भाजपा ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया है। चारों ओर अराजकता का माहौल है। तमाम तरह के माफियाओं-शिक्षा माफिया, खनन माफिया, अपराधिक माफिया के हाथों में कानून कैद है। मुख्यमंत्री शांति व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे कर रहे है पर हकीकत यह है कि भाजपा राज में अपराधिक मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के कारनामों से जनता आक्रोशित है। भाजपा ने प्रदेश का बेड़ा गर्क कर दिया है।
उन्होंने कहा कि चारों ओर अराजकता का माहौल है। तमाम तरह के माफियाओं-शिक्षा माफिया, खनन माफिया, अपराधिक माफिया के हाथों में कानून कैद है। मुख्यमंत्री शांति व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे कर रहे है पर हकीकत यह है कि भाजपा राज में अपराधिक मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा है कि भाजपा नेता अपनी रैलियों में सिर्फ विपक्ष पर हमलावर रहते हैं।
अपनी तमाम कमियों के लिए वे विपक्षी सरकारों को दोषी ठहराते हैं पर यह नहीं बताते हैं कि केन्द्र में सत्ता के पांच सालों में उन्होंने क्या किया और उत्तर प्रदेश में दो वर्ष बीत गए उनकी कौन सी योजना जमीन पर उतरी है?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नौजवान, महिलाएं, छात्र-छात्राएं सभी उत्पीड़न के शिकार हैं। दोनों सरकारों की उपलब्धियां शून्य है। केवल अनर्गल आरोपों और झूठ-फरेब के सहारे वे चुनावी वैतरणी पार करने का भ्रम पाल बैठे हैं।
यह भी देखें:-अखिलेश का मोदी-योगी पर तंज- गंगा गए गंगा दास, यमुना गए यमुना दास
सूबे में सर्वाधिक सांप्रदायिक घटनाएं
गृह मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक सांप्रदायिक घटनाएं और मौते हुई हैं। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में 195 साम्प्रदायिक घटनाओं को दर्ज किया गया, जिसमें 44 लोग मरे और 540 घायल हुए।
सबसे ज्यादा 63 लोग फर्जी एनकाउंटर में मारे गए। एनकाउंटर के नाम पर निर्दोष गरीबों को शिकार बनाया गया।
भाजपा का झूठ का रिकार्ड
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा का झूठ का रिकार्ड तो है पर यह भी सच है कि झूठ के पैर नहीं होते हैं। भाजपा किसी भी सच को पचा नहीं पा रही है। भाजपा के कारनामों से लोग आक्रोशित हैं और वे अब ईवीएम मशीनों के माध्यम से अपना गुस्सा उतारेंगे।
जनता की आशा-आकांक्षाओं से जुड़ा समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी-राष्ट्रीय लोक दल गठबंधन वैचारिक आधार पर बना है और उसकी ताकत से भाजपा में काफी घबराहट है। गठबंधन ही भाजपा की एकाधिकारवादी नीतियों एवं कुशासन का विकल्प है।
यह भी देखें:-मतदाताओं की शीर्ष दस प्राथमिकताओं में सरकार का प्रदर्शन औसत से कम