ग्रामीणों ने जलाया अखिलेश का पुतला,कहा-पहले अखलाक के भाई गिरफ्तारी फिर होगा दाह संस्कार
बिसाहड़ा गांव में अकलाख की हत्या के केस में लुक्सर जेल में बंद आरोपी रविन की मंगलवार शाम को मौत हो गई। गंभीर हालत में उसे नोएडा के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां से शाम को उसे दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल रेफर किया गया। जहा उसी मंगलवार शाम को मौत हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि रविन की मौत बीमारी की वजह से नहीं बल्कि जेलर व जेल में बंद अन्य लोगों की उसकी पिटाई की। ग्रामीणों की माने तो रवि की हत्या की गई है।
नोएडा: बिसाहड़ा केस में अखलाक की हत्या के आरोप में लुक्सर जेल में बंद 24 साल के आरोपी रवीन (रवी) की मौत के बाद गांव में फिर तनाव है। गांववालों ने रविन का अतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि पहले अखलाक के भाई की गिफ्तारी होगी तब रवीन का दाह संस्कार हाेगा। ग्रामीणों ने इस दौरान सीएम का पुतला भी फूंका है।
मंगलवार शाम दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। ग्रामीणों का आरोप है कि रवीन की मौत बीमारी की वजह से नहीं, बल्कि जेलर और जेल में बंद अन्य लोगों ने उसकी पिटाई की, जिसकी वजह से रवीन की मौत हुई है।
वहीं, एलएनजेपी हॉस्पिटल के एमएस डॉ. जेएस पासी का कहना है कि रविन को तेज बुखार था। उसकी किडनी और कई अंग काम नहीं कर रहे थे। रवीन के ब्लड सैंपल से पता चला है कि उसे डेंगू था। हालांकि, रिपोर्ट बुधवार को आएगी।
बिसाहड़ा में फूंका सीएम का पुतला
-गांव में विरोध का दौर शुरू हो चुका है। ग्रामीणों ने गांव में अखिलेश यादव व अजाम खां का पुतला फूंका।
-विरोध में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई।
-जेलर काे सस्पेंड करने व जेल में बंद ग्रामीणों के बच्चों को तुरंत छोड़ने के लिए कहा गया।
-इस मौके पर ग्रामीणों ने गांव में घूमकर अखिलेश यादव व आजम खान की शव यात्रा निकाली।
-इसके बाद गांव में ही उनका पुतला फूंका।
गिरफ्तारी के बाद होगा दाह संस्कार
रवीन की मौत के बाद बिसाहड़ा में बेहद तनाव है। ग्रामीण अनशन पर बैठ गए हैं उनका कहना है कि पहले अखलाक की गिरफ्तारी हाेगी फिर दाह संस्कार किया जाएगा। सुबह ही एसपी देहात के अलावा पुलिस प्रशासन के तमाम आला अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया गया है। गांव में पेट्रोलिंग की जा रही है बुधवार को का शव गांव पहुंचेगा।
जान मोहम्मद को मिला गनर हमे लाश
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिसने गो हत्या की। जिसके कारण सब हो रहा है। उसे प्रदेश सरकार गनर मुहैया करा रही है। जबकि हमारे बच्चे एक साल से जेल में बंद है। वह जिंदा नहीं लौटेंगे। ग्रामीणों ने जेलर पर बुरे बर्ताव का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि वह हमारे बच्चों को वहीं मार देगा। साथ ही गांव में पुलिस प्रशासन की ओर से पेट्रोलिंग लगा दी गई है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा।
परिजनों ने क्या लगाया आरोप?
उधर, रवीन के परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत बीमारी से नहीं, जेलर की पिटार्इ से हुर्इ है। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को जेल में बंद कुछ मुस्लिम कैदियों ने रविन और जेल में बंद भीम और अन्य दो साथियों के साथ मारपीट की। जेलर ने इसका पता लगने पर उनकी मदद करने की जगह रवीन और उसके तीनों साथियों की पिटार्इ की। आरोप है कि जेलर ने उनसे 12.000 रुपए भी लूट लिए थे। इसका विरोध रवीन ने किया था। इस पर जेलर ने रविन को बुरी तरह पीटा। जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ गर्इ।
हालत ज्यादा बिगड़ी तब किया एडमिट
रवीन की हालत काफी गंभीर थी लेकिन उसे इलाज के लिए एडमिट नहीं किया गया। जब हालत ज्यादा बिगड़ी तब जाकर रवीन को सोमवार शाम नोएडा के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लाया गया। वहां से सोमवार शाम को उसे दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल रेफर किया गया था।
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धरने पर बैठी है रविन की मां
गांव में अखलाक के भाई जान मोहम्मद की गिरफ्तारी के लिए आमरण अनशन कर रही महिलाओं में रविन की मां निर्मला देवी और पिता रणवीर भी हैं। रविन के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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गांव में तनाव
इस घटना के बाद कोई भी बोलने की स्थिति में नहीं है। गांव में तनाव है। दादरी, ग्रेटर नोएडा और अन्य थानों को अलर्ट रखा गया है। बिसाहड़ा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद बुधवार रविन का शव गांव पहुंचेगा।
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बेल कराने में जुटे ग्रामीण
ग्रामीणों को डर है कि कहीं अन्य आरोपियों को भी राजनैतिक दबाव में आकर पीटा न जाए। बीजेपी नेता और ग्रामीण संजय राणा ने बताया कि रवीन की हत्या की गई है। वह अपने बच्चों की बेल कराने में भी लगे हैं। उन्होंने कहा कि कब तक हम इस तरह से जीते रहेंगे। हमे इंसाफ कब मिलेगा। आखिर रवीन को क्यों मारा गया।
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क्या था मामला?
–28 सितंबर 2015 को दादरी इलाके के एक मंदिर में घोषणा की गई कि बछड़ा मार दिया गया है।
–इसके बाद भीड़ ने 52 साल के मोहम्मद अखलाक को उसके घर से बाहर घसीटा और पीट-पीटकर मार डाला।
–भीड़ ने अखलाक के बेटे दानिश को भी पीटा, जिसके इलाज के लिए कई ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
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