Aligarh News: मुस्लिम विश्वविद्यालय में कर्मचारी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कुलपति कार्यालय के सामने धरने पर
Aligarh News: धरने पर बैठी साजिया अफरोज ने बताया कि दिसंबर 2022 से एक्सटेंशन रोक दिया गया था। जिसको लेकर आवाज उठाई गई थी। फिर सैलरी रोक दी गई। तीन महीने तनख्वाह नहीं दी गई।
Aligarh News: मुस्लिम विश्वविद्यालय के नॉन टीचिंग स्टाफ और टेक्निकल स्टाफ कर्मचारी अपने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार को कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। दरअसल एएमयू के कर्मचारी पिछले 30 - 35 साल से कम कर रहे हैं। लेकिन उन्हें स्थाई नहीं किया गया है। वही, उनका एक्सटेंशन भी नहीं बढ़ाया गया। बीच में सैलरी भी रोक दी गई। वहीं, अब भत्ते भी देना बंद कर दिया गया हैं। इन सभी मांगों को लेकर एएमयू के कर्मचारी अब सड़क पर उतरकर आंदोलन की राह पकड़ ली है। कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, घर नहीं जाएंगे।
धरने पर बैठी साजिया अफरोज ने बताया कि दिसंबर 2022 से एक्सटेंशन रोक दिया गया था। जिसको लेकर आवाज उठाई गई थी। फिर सैलरी रोक दी गई। तीन महीने तनख्वाह नहीं दी गई। फिर आवाज उठाई गई। यह मुद्दा विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने भी रखा गया। साजिया ने बताया कि पिछले 18 साल से एलडीसी के पद पर काम कर रहे हैं। 35 साल से ज्यादा लोग यहां काम कर रहे हैं। लेकिन उनको स्थाई नहीं किया गया। नॉन टीचिंग के बारे में कभी सोचा नहीं गया। एएमयू टेक्निकल स्टाफ के पूर्व अध्यक्ष फैसल रईस ने बताया कि हमारी 10 मांगे हैं। पिछले 10 महीने से एएमयू प्रशासन को मांग पत्र दे रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई। केंद्र सरकार द्वारा हमें भत्ते दिए जाते हैं। उस पर एएमयू प्रशासन ने रोक लगा रखी है। इसके लिए यूनिवर्सिटी की इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर देंगे। धरने को सपोर्ट करने के लिए एएमयू टीचर्स एसोसिएशन के सचिव उबैद कमाल भी पहुंचे। उबैद कमाल ने कहा। कि हम एएमयू कर्मचारियों की मांगों का सपोर्ट करते हैं।