UP Politics: ओमप्रकाश राजभर ने किया CAA का समर्थन, मदरसे में 'राम' पढ़ाने पर बोले- 'सभी जगह हो एक जैसी पढ़ाई'
Aligarh News: ओमप्रकाश राजभर ने कहा, 'आजादी के 75 साल बाद भी बंजारा समाज की गिनती वंचित शोषित में होती है। चाहे शिक्षा की बात हो या राजनीतिक भागीदारी की, आवास, शौचालय, पेंशन आदि सुविधाएं इस समाज से कोसों दूर है।'
Aligarh News: कासिमपुर क्षेत्र के हरदोई में सोमवार (29 जनवरी) को बंजारा अधिकार महारैली में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने शिरकत की। ओमप्रकाश राजभर ने केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर (Union Minister Shantanu Thakur) के CAA लागू करने के बयान का समर्थन किया। उन्होंने मदरसे में राम को पढ़ाये जाने को लेकर कहा, कि 'मदरसा, कान्वेंट, प्राइमरी सब जगह पढ़ाई एक जैसी होनी चाहिए'।
'बंजारा समाज की गिनती वंचित शोषित में'
मीडिया से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा, 'आजादी के 75 साल बाद भी बंजारा समाज की गिनती वंचित शोषित में होती है। चाहे शिक्षा की बात हो या राजनीतिक भागीदारी की, आवास, शौचालय, पेंशन आदि सुविधाएं इस समाज से कोसों दूर है। जैसा हमने एटा में देखा। कासगंज में देखा। औरैया में देखा और यहां भी देखा। उन्होंने कहा, महिलाएं चिट्ठी दे रही हैं कि हमें आवास नहीं मिल रहा, रास्ते नहीं बन रहे। राजभर ने पूछा, सरकार जब सारी सुविधाएं दे रही है तो वहां तक क्यों नहीं पहुंच रही? क्या कारण है?'
राजभर बोले- कोई नहीं सुनता तो हमें बताओ
ओमप्रकाश राजभर ने कहा, हम इन्हें जगाने का काम करेंगे। ताकि ये अपनी बात क्षेत्रीय विधायक, प्रधान, सांसद से मिलकर कहें। उस समस्या का समाधान निकालें। अगर, कोई नहीं सुनता तो हमें बताओ। राजभर ने कहा, जो बीमार है। जब तक वह दवाई के लिए डॉक्टर के पास नहीं जाएगा तो डॉक्टर दवाई देगा। सवाल इस बात का है, कि इन लोगों को पता ही नहीं है, कि हमारे लिए कौन-कौन सी योजना सरकार ला रही है। जब इन्हें जानकारी होगी तभी तो जाएंगे'।
प्रमोद कृष्णम के बयान का राजभर ने किया समर्थन
प्रमोद कृष्णम के राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की आलोचना के सवाल को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा, कि 'हम उनके बयान से सहमत हैं। कांग्रेस की यूपी में सिर्फ दो सीट बची है। पांच राज्यों के चुनाव हुए उसमें आपने देखा कि तीन राज्यों में पूर्ण बहुमत से एनडीए चुनाव जीता तो जो उन लोगों ने महागठबंधन बनाया। ममता जी ने मना कर दिया, हम गठबंधन नहीं करेंगे। उधर, पंजाब में मना हो गया। हम गठबंधन नहीं करेंगे। बिहार में नीतीश जी एनडीए में आ गए। अब दिल्ली का नंबर है। बताओ बचा कौन? अकेले-अकेले लड़ना है, लोगों को?'
'हम भी CAA के पक्षधर'
सुभासपा प्रमुख ने केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के सीएए को लेकर दिए बयान पर कहा, कि 'हम भी उसके पक्षधर हैं। उसकी सही मायने में उसकी गणना हो जो लोग हो उनके साथ उसकी गिनती हो जाए। समान नागरिक संहिता की बात है तो दो तरह का कानून क्यों? जब संविधान एक है तो एक तरह का कानून होना चाहिए। इसके पक्षधर बाबा साहब अंबेडकर भी थे। कांग्रेस लंबे समय सत्ता में रही। लेकिन, लागू नहीं कर पाई। पहल शुरू किया लेकिन नहीं कर पाई। आज अगर उस काम को कर रहे हैं तो वह कांग्रेस के लोग सिर्फ विरोध करने का काम करते हैं।'
मदरसे में 'राम' पढ़ाने पर ये बोले राजभर
मदरसे में राम के बारे में पढ़ाने के सवाल पर कहा। कि देखिए जब संविधान एक है। और देश एक है प्रधानमंत्री एक है। राष्ट्रपति एक है। तो हम एक कानून की वकालत करते हैं। एक समान शिक्षा लागू क्यों नहीं होती है। सब कुछ एक समान हो। इस बात को लेकर के हम लोग लड़ाई लड़ते हैं। तो मदरसे में अलग पढ़ाई, कान्वेंट में अलग पढ़ाई, प्राइमरी में अलग तो यह अलग-अलग क्यों एक हो।
अब क्या बनना चाहते हैं अखिलेश?
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को 'पीलिया के श्राप' पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा, कि 'आप उनके राजनीतिक करियर को उठाकर देखिए। पहले, मुख्यमंत्री थे, फिर सांसद बने, अब सांसद से विधायक बने। अब उनसे पूछे कि अब क्या बनना चाहते हैं?'