Aligarh News: किसान नेता डल्लेवाल के समर्थन में संयुक्त श्रमिक किसान मोर्चा का कैंडल मार्च
Aligarh News: वर्तमान में एमएसपी निर्धारित करने के लिए सरकार ने खेती लागत एवं मूल्य आयोग बनाया है, इस आयोग के नियम व शर्तें किसानों के अनूकूल न होकर व्यापारियों के अनूकूल।
Aligarh News: संयुक्त श्रमिक किसान मोर्चा द्वारा मोर्चा संरक्षक किसान नेता सरदार जगजीत सिंह डल्ले वाल के समर्थन में एमएसपी गारंटी कानून मांग को आमरण अनशन के 29वें दिवस एक कैंडल मार्च जिला कैम्प कार्यालय 24 फुटा रोड से नगला पटवारी नाले तक निकाला और डल्ले वाल संघर्ष जारी रखें, देश के किसानों तुम उम्मीद हों आदि नारे लगाते हुए कैंडल मार्च निकाला ।
मोर्चा सह -संयोजक जितेंद्र शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा 4 वर्ष से कैंसर इलाज कराते बुजुर्ग किसान जो आज देश के किसानों के लिए एमएसपी गारंटी कानून मांग को लेकर मरणासन्न पर बैठे हुए 29 दिन हों चलें, लेकिन कोई सुध नहीं ली जाती हैं । बुजुर्ग किसान से केन्द्र सरकार के किसी प्रतिनिधि को भेजे जाने हेतु समय नहीं और फ़िल्म जगत सितारों साथ प्रधानमंत्री पद पर रहते समय मौजूद हैं । इससे बड़ा दुखदाई देश में क्या है, जो प्रधानमंत्री की देश के किसानों के प्रति दायित्व निर्वहन स्पष्ट करता है कि वह संवेदनहीन है और किसानों के संघर्ष को कमजोर समझ स्वयं को देश का मालिक समझ बैठे हैं । भूल गए भारत में लोकतंत्र है, राजतंत्र नहीं और उससे बड़ी भूल अन्नदाता किसानों को कमजोर समझ बैठना है ।
एमएसपी गारंटी कानून
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 23 फसलों को एम एस पी पर खरीदने की घोषणा के बयान पर राष्ट्रीय महासचिव धीरज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि यदि सरकार सभी फसलों को खरीदने को तैयार है तो उसे एमएसपी गारंटी कानून बनाने में क्या समस्या है । बिना लिगल गारंटी प्रोक्योरमेंट कानून बनाएं बिना केन्द्रीय कृषि मंत्री की घोषणा का कोई अर्थ नहीं है । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान में एमएसपी निर्धारित करने के लिए सरकार ने खेती लागत एवं मूल्य आयोग बनाया है, इस आयोग के नियम व शर्तें किसानों के अनूकूल न होकर व्यापारियों के अनूकूल है , तथा उनमें भी बदलाव किया जाएं ।
कैंडल मार्च का संचालन जिलाध्यक्ष मोहम्मद रिजवान शाह व नेतृत्व राष्ट्रीय सचिव सैय्यद शहजाद हुसैन ने किया । कैंडल मार्च में मुख्य रूप से मोहम्मद आसिफ,हसीन,राजा,रिहान, शाकिर, अकील, चांद, फुरकान, इरफ़ान, हबीब,अनीस,तालिब, सुल्तान, रफीक, शफीक, रिजवान, जावेद,शानू,अलीम, आबिद,रिहान,वसीम, बारिश, ओसामा, भूरा चौधरी,शादाब, राशिद, अब्दुल समद, फैजान खान, शोएब अल्वी, जीशान,नसीम, खालिद,नासिर अदनान,असरफ, मुसाइद, मुशर्रफ़ शेरवानी, सर्पराज,मौसम, वकील,आदि किसान मजदूर मौजूद रहे ।