Aligarh News: चार धाम दर्शन सिर्फ 50 रुपये में, जानिए कैसे
Aligarh News: चार धाम दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को केवल 50 रुपये का टिकट लेना होगा, यह कीमत इतनी रखी गई है कि अधिक से अधिक लोग इस अवसर का लाभ उठा सकें ।;
Aligarh News: लगभग 150 वर्षीय राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी (नुमाइश) इस बार विशेष रूप से धार्मिक आस्था का केंद्र बनने जा रही है । नुमाइश का आयोजन 1 फरवरी से 28 फरवरी तक होगा और इसमें विशेष रूप से चार धाम का अस्थायी मंदिर तैयार किया जा रहा है । जिसकी तैयारियां भी अंतिम पड़ाव पर है , लगभग 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नुमाइश मैदान परिसर में 80 फीट चौड़ा और 70 फीट ऊंचा चार धाम अस्थायी मंदिर तैयार हो रहे है । इन 4 मंदिरों को लकड़ी से बनाया गया है जो इसे न केवल खूबसूरत बल्कि मजबूत भी बनाता है । दो दर्जन से अधिक मजदूर लगातार दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और यह मंदिर 25 जनवरी तक तैयार होने का अनुमान लगाया जा रहा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मंदिर में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, और बद्रीनाथ जैसे पवित्र धामों की झलक श्रद्धालुओं को मिलेगी । 200 से 300 लोग एक साथ दर्शन कर सकेंगे। । जिस तरह चार धाम मंदिरों में लोग दर्शन करके जाते रहते हैं इसी तरह यहां पर भी श्रद्धालु दर्शन कर परिसर से निकलते रहेंगे ।
50 रुपये का टिकट
चार धाम दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को केवल 50 रुपये का टिकट लेना होगा, यह कीमत इतनी रखी गई है कि अधिक से अधिक लोग इस अवसर का लाभ उठा सकें । दर्शन को सुचारु और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए हैं ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लकड़ी से बना अद्वितीय मंदिर इस अस्थायी मंदिर की खासियत यह है कि इसे पूरी तरह लकड़ी से बनाया गया है । आमतौर पर ऐसे ढांचे प्लास्टिक, लोहे या पत्थर से बनाए जाते हैं लेकिन लकड़ी का उपयोग इसे एक अलग ही सौंदर्य प्रदान करता है । मंदिर के निर्माण के बाद इसमें देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी ।
समय के साथ इस नुमाइश ने आधुनिकता को अपनाते हुए अपने स्वरूप में कई बदलाव किए हैं । हर साल यहां नए कार्यक्रम और आकर्षण शामिल किए जाते हैं । पिछले साल वैष्णो देवी और केदारनाथ धाम के मॉडल प्रस्तुत किए गए थे । इस साल चार धाम दर्शन का समावेश श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अनोखा अनुभव होगा ।
कई स्थानों पर चार धाम मॉडल का निर्माण
प्राप्त जानकारी के अनुसार चार धाम के पीछे की कहानी ग्वालियर के सुनील कुमार के द्वारा रची गई है, जो इस आयोजन के प्रमुख आयोजक हैं । उन्होंने बताया कि यह उनका 126वां प्रोजेक्ट है, इससे पहले वे कई स्थानों पर चार धाम मॉडल का निर्माण कर चुके हैं । उनके अनुसार, इस नुमाइश में चार धाम को लेकर लोगों में खासा उत्साह है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चार धाम मंदिर तैयार करने में लगे कारीगर और मजदूरों का कहना है कि हम लोग बिहार से आए हुए हैं , मजदूरी करते हैं, जहां भी मजदूरी मिलती है वहीं काम करते हैं । अभी फिलहाल अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में चार धाम मंदिर बांस, बालियों और रस्सी की मदद से कर रहे हैं । इस तरह के काम करने से उनको खुशी भी मिलती है ।