बहराइच: घाघरा नदी में घड़ियालों के 34 बच्चों को छोड़ा गया। इनकी संख्या बढ़ाने के लिए लखनऊ के कुकरैल से ये घड़ियाल लाकर नदी में छोड़ा गया। घाघरा नदी में इस समय 163 घड़ियाल रह रहे हैं। ये कतर्नियाघाट के गिरिजापुरी से फैजाबाद जिले की सीमा के बीच हैं। पिछले साल टर्टल सरवाइवल एलायंस और वन विभाग ने 64 घड़ियाल के बच्चों छोड़ा था जिनकी स्थिति काफी बेहतर मिली। अच्छे रिजल्ट के बाद इस बार फिर टीएसए के निदेशक डॉ. शैलेंद्र सिंह, विशेषज्ञ अरुणिमा सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह और वन क्षेत्राधिकारी कैसरगंज की मौजूदगी में घड़ियाल के बच्चों को नदी में छोड़ा गया।
क्या कहना है अधिकारियों का?
-इस विषय पर टीएसए के समन्वयक भाष्कर दीक्षित ने जानकारी दी
-घाघरा नदी का पानी घड़ियालों की संख्या बढ़ाने के लिए बहुत अनुकूल है।
-नदी में छोड़ने से पहले घड़ियाल के बच्चों की पूंछ पर रेडियो टैग भी लगाए गए।
-इन रेडियो टैग से प्रवास के दौरान सभी पर निगरानी रखी जाएगी।
-साथ ही उनके व्यवहार का भी अध्ययन किया जाएगा।
किस साइज के घड़ियाल
-नदी में छोड़े गए बच्चों की लंबाई एक मीटर हैं ।
-जबकि वजन 6-8 किलोग्राम के बीच है।
-नदी में रहन-सहन के दौरान इनका वजन भी देखा जाता है।