#Agra Lucknow Expressway: पूरा सपा परिवार आया नजर, लेकिन नहीं पहुंचे 'बाहरी'
उन्नाव: यूपी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के मौके पर पूरा सपा परिवार एक मंचर पर नजर आया, लेकिन पर कथित तौर पर 'बाहरी' कहे जाने वाले अमर सिंह नहीं आए। खास यह था कि इस आयोजन के बीच कई नेताओं की नजरें उन्हें तलाशती दिखी, लेकिन आयोजन स्थल पर सपा मुखिया मुलायम सिंह के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, कैबिनेट मंत्री आजम खां की मौजूदगी ने उनके उत्साह पर पानी फेर दिया।
वहीं, समाजवादी पार्टी के चाणक्य प्रोेफेसर रामगोपाल की घर वापसी पर अमर सिंह ने कहा था कि ”मुलायम सिंह यादव के फैसले पर टिप्पणी करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने ही रामगोपाल को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया था और अब अगर नेताजी ने उनकी दोबारा घर वापसी कराई है तो सबको यह फैसला मंजूर होना चाहिए। मुलायम सिंह का दिल बहुत बड़ा है। वो ज्यादा दिनों तक किसी से नाराज नहीं रहते। वो सीएम अखिलेश यादव के भी बाप हैं। वो समाजवादी पार्टी के भी बाप हैं। मैं तो कहूंगा कि वो बापों के बाप हैं।”
अमर सिंह पर छिड़ी थी चाचा-भतीजे के बीच जंग
सीएम अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल के बीच अमर सिंह को लेकर ही ठनी थी। अखिलेश ने जहां अमर सिंह पर परिवार और पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाया था तो वहीं, शिवपाल ने अपने भतीजे को ही मंच पर झूठा करार कर दिया था। रिश्तों की खाई इतनी गहरी हो गई थी कि मुलायम सिंह भी अपने बेटे के खिलाफ खड़े हो गए थे। नेताजी ने अमर सिंह को बुरे वक्त का साथी बताते हुए कहा था कि वो उनके भाई की तरह हैं।
इन्हीं सबके बीच अखिलेश का खुलकर समर्थन करने की सजा प्रोफेसर रामगोपाल यादव को मिली। उनके लेटर बम फोड़ने के बाद मुलायम सिंह इतने खफा हुए कि उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। हाल ही में रामगोपाल यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो भी पड़े थे। पार्टी को याद करते हुए कहा था कि मुलायस सिंह को उन्होंने कभी धोखा नहीं दिया। समाजवादी पार्टी में रहूं या ना रहूं, लेकिन हमेशा दिल से उनके ही साथ रहूंगा। इसके बाद बीते बुधवार को नोटबंदी पर उन्होंने राज्यसभा में जिस तरह पार्टी का पक्ष रखा, उसे देखकर सब हैरान रह गए थे।