अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के बहाने होगी अखिलेश यादव की विधानसभा चुनाव की तैयारी

जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव की इस कवायद का एक सच अपने लोगों को तालीम दिलाना भले हो पर दूसरी हकीकत यह भी है कि वे अगले विधानसभा चुनाव को अमरीकी चुनाव की तर्ज पर लड़ने की पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं। अमरीका से चुनाव का यह हुनर सीख कर आए लोग चुनाव में अखिलेश यादव के चुनावी समय में उनके कर्णधार होंगे।

Update: 2016-08-08 10:41 GMT

Yogesh Mishra

इसे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी का रिहर्सल कहा जाय या फिर अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश यादव की भागीदारी सुनिश्चित करने की कोशिश। यह तो सिर्फ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बता सकते हैं। पर इतना सत्य है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अपने लोगों की एक भारी भरकम टीम भेजकर कुछ इसी दिशा में प्रयास करते दिख रहे हैं। अखिलेश यादव की टीम अमरीका में 14 अगस्त से 14 नवंबर तक रहेगी।

पढाई या फिर चुनावी तैयारी

यह समय अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के सबसे खास दिन होंगे। हालांकि टीम के सदस्यों के अमरीका में उपस्थिति का बहाना पढाई बनाया गया है। टीम के सभी सदस्यों को ओहियो के एक्रोन विश्वविद्यालय में दाखिला करा दिया गया है। ये लोग 14 अगस्त से 14 नवंबर के तीन माह के कालखंड में इंटरनेशनल मैनेजमेंट कोर्स करेंगे। इस टीम को वैसे तो जुलाई में ही अमरीका पहुंच जाना था पर इस पाठ्यक्रम में इस टीम का दाखिला हुआ है, उसके लिए फेलोशिप सिर्फ तीन महीने की मिली है। टीम के सदस्य हर हफ्ते छह दिन अमरीकी राष्ट्रपति के चुनाव प्रचार में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के साथ रहेंगे। सिर्फ सातवें दिन इन्हें क्लास करना होगा।

कौन कौन हैं टीम में

इस टीम के मुखिया सपा नेता सीपी राय बनाए गये हैं। निधि यादव, अनिल यादव, अभिषेक यादव, आश्रय गुप्ता, भानु प्रताप, भूपेंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह, निदा खान, नासिर सलीम, पंखुडी पाठक और सर्वेंद्र विक्रम सिंह टीम के अन्य सदस्य हैं। टीम के सदस्यों को अमरीकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और डोनांड ट्रंप दोनों के साथ छाया की तरह रहना होगा।

राष्ट्रपति चुनाव के बाद ग्रेजुएशन

गौरतलब है कि 14 नवंबर को अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव खत्म हो रहे हैं। 15 नवंबर को इन सभी की पढाई का ग्रेएजुएशन होगा। 16 नवंबर को अखिलेश यादव की यह टीम भारत वापस आ जाएगी। जानकारों की मानें तो अखिलेश यादव की इस कवायद का एक सच अपने लोगों को तालीम दिलाना भले हो पर दूसरी हकीकत यह भी है कि वे अगले विधानसभा चुनाव को अमरीकी चुनाव की तर्ज पर लड़ने की पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं। अमरीका से चुनाव का यह हुनर सीख कर आए लोग चुनाव में अखिलेश यादव के चुनावी समय में उनके कर्णधार होंगे।

Tags:    

Similar News