Prayagraj News: अतीक अहमद की पत्नी लड़ेंगी नगर निकाय चुनाव, अभिलाषा गुप्ता के खिलाफ उतरेंगी मैदान में
Prayagraj News: प्रयागराज में आज एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शाइस्ता परवीन ने बताया कि वह अपने पति अतीक अहमद से मिलने साबरमती जेल, अहमदाबाद गयी थीं। उन्होंने नगर निकाय चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करने की बात कही है।
Prayagraj News: माफिया अतीक अहमद की पत्नी नगर निकाय चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करेंगी। प्रयागराज में आज एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शाइस्ता परवीन ने बताया कि वह अपने पति अतीक अहमद से मिलने साबरमती जेल, अहमदाबाद, गुजरात गयी थीं। उनसे बाते हुई। उनमे से कुछ बात मैं आपसे कहना चाहती हूँ। सांसद जी का कहना है कि मेयर की सीट बैकवर्ड हो या जनरल हो आपको चुनाव लड़ना है। मैं जा रही हूँ बहन मायावती जी से मिलने और अगर वह तैयार हो गयीं तो मैं AIMIM और बहुजन समाज पार्टी के एलाएन्स से चुनाव लडूंगी।
उन्होंने कहा कि मैनपुरी लोक सभा सीट, जो नेता जी के स्वर्गवास की वजह से खाली हुई है, उस पर डिम्पल यादव चुनाव लड़ेंगी। डिम्पल यादव बहुत मिलनसार और बहुत अच्छी हैं, लेकिन उस परिवार का खून नहीं हैं। ऐसे जब सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री के बनने की बात आयी थी तो उस वक्त नेता जी मुलायम सिंह ने कहा था कि ये बाहर की हैं और यही बात डिम्पल यादव के चुनाव में चल जायेगी।
शाइस्ता परवीन ने कहा कि मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी से चुनाव लड़ने का हक उनके छोटे भाई शिवपाल यादव का है, शिवपाल जी को लड़ाने से सपा भी मज़बूत होगी और सपा जीत भी सकती है। वरना आजमगढ़ की तरह मैनपुरी सीट भी सपा हार जायेगी, क्योंकि पूरे प्रदेश के जितने बुजुर्ग यादव भाई हैं, वह मुलायम सिंह जी की मोहब्बत और मुरव्वत की वजह से रूके थे।
यादव भाईयों को भी अयोध्या में राम जी के मन्दिर का निर्माण बहुत पसंद है। अब बुजुर्ग यादव भाजपा को वोट कर देंगे। मुसलमान सिर्फ अल्लाह से डरता है। अगर योगी आदित्यनाथ जी के बारे में सच कहना और सच की तारीफ करना अगर डर है तो सांसद जी हमेशा सच बात बोलते आये हैं, यह कोई डर नहीं है। हमारे बेटे को फर्जी तरीके से जेल में डाला गया और हाईकोर्ट में उसकी जमानत में झूठ की पैरवी करने एडवोकेट जनरल और एडीशनल एडवोकेट जनरल आते हैं, यह सब बातें मुख्यमंत्री को नहीं पता।
उन्होंने कहा कि यहां के आईजी जोन हमारे विरोधियों से मिलकर जमीन की प्लाटिंग में पार्टनर हैं और नाम लेते हैं अमिताभ यश साहब का, जो कि एडीजी एसटीएफ हैं, नाम उनका लेते हैं और पैसा खुद लेते हैं। मुख्यमंत्री जी मेरी मदद करें या न करें, हो सकता है मेरी मदद करने से उनकी बदनामी हो लेकिन बेटे पर फर्जी मुकदमा और आईजी द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार और उनकी सम्पत्तियों की जांच तो मै मुख्यमंत्री जी से जरूर कराऊँगी, मुझे उम्मीद है कि 20 तारीख के बाद मुख्यमंत्री जी से मिलने का समय मिल जाये।