उमा भारती बोलीं यूपी सरकार में लोधी समाज को भी मिले समुचित भागीदारी

साध्वी उमा भारती ने योगी सरकार में अन्य पिछड़ा समाज और लोधी समाज की समुचित भागीदारी का मुद्दा उठाया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-09-26 17:00 IST

उमा भारती  (फोटो- सोशल मीडिया)

लखनऊ : पूर्व केंद्रीय मंत्री व साध्वी उमा भारती ने योगी सरकार में अन्य पिछड़ा समाज और लोधी समाज की समुचित भागीदारी का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा नेतृत्व उन्हें लोधी समाज व अन्य पिछड़ा वर्ग के बीच में वोट मांगने के लिए भेजता है तो उनकी जिम्मेदारी है कि आज जब मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है तो इस वर्ग व समाज की बात को वह खुलकर कहें।

साध्वी उमा भारती का यह संदेश सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने आज दोपहर बाद इसे ट्वीट भी किया है। अपने संदेश में उन्होंने कहा कि वैसे तो वह एक साध्वी हैं और सभी की हैं। संसार के सभी अभावग्रस्त लोग मेरी आत्मा में ​बसते हैं । लेकिन जब पार्टी विशेष रूप से मुझे चुनाव प्रचार के समय लोधी समाज एवं अन्य पिछड़े समाज के क्षेत्र में भेजती है।

मेरी अपील पर वह लोग भाजपा को वोट भी देते हैं । तो मुझे भी खुलेआम उनकी बात पार्टी से कहनी होगी। यूपी में चुनाव की चौखट पर खड़ी भाजपा को उमा भारती का यह सवाल भारी पड़ सकता है।

उमा भारती ने सोशल मीडिया के जरिये अपनी बात हालांकि बेहद सधे तरीके से सभी के सामने रखी है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व को यह देखना होगा कि मंत्रिमंडल विस्तार में सभी वर्गों की भागीदारी सही तरीके से हो। उमा भारती का क्रमवार ट्वीट इस प्रकार है।

1) हमारा देश भारतवर्ष बहुत समय के बाद एक ख़ुशनुमा दौर से गुज़र रहा हैं ।

2) भारत आज़ाद हैं , मोदी जी प्रधानमंत्री है तथा देश में एवं देश के अधिकतम प्रांतो में भाजपा की सरकार हैं ।

3) जब दुनिया हाई टेक हुई , तभी भारत में भाजपा का शक्तिशाली उदय हुआ । पूरा संसार एक दूसरे के बहुत नज़दीक आ गया हैं ।

4) भाजपा की देश में प्रचंड बहुमत से 2014 एवं 2019 में सरकार बनी तथा कई प्रान्तों में सारे देश की आबादी का बहुमत भाजपा के साथ रहा । मोदी जी सबके नेता हैं । सबको प्रिय हैं ।

5) पहली बार देश की सर्वाधिक पिछड़ी जातियों ने भाजपा को ही वोट दिया । किन्तु जब केंद्र और राज्यों में सरकारें बनती हैं , तो पिछड़े, दलित एवं आदिवासी सत्ता में अपना स्थान खोजते हैं एवं कई बार उन्हें निराशा हाथ लगती हैं ।

6) आज थोड़ी देर के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार में कुछ नये चेहरे शामिल होने हैं । इसमें पिछडे एवं दलित की ही प्रमुख रूप से भागीदारी हो यह हमें ध्यान रखना चाहिये ।

7) आज के मंत्रीमण्डल विस्तार में लोधी समाज एवं अन्य पिछड़े , दलित समाज की ठीक से भागीदारी हो जाए , उत्तरप्रदेश के भाजपा के नेता आज इस पर सजग रहे ।

8) मै तो सभी की हूँ तथा संसार के सभी अभावग्रस्त लोग मेरी आत्मा में बसते हैं । लेकिन पार्टी विशेष रूप से मुझे चुनाव प्रचार के समय लोधी समाज एवं अन्य पिछड़े समाज के क्षेत्र में भेजती हैं । जब वो मेरी अपील पर भाजपा को वोट देते है तो मुझे भी खुलेआम उनकी बात पार्टी से कहनी पड़ेगी ।

योगी सरकार में अब तक लोध समाज से अकेला राज्यमंत्री

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लोध समाज से अब तक अकेले राज्यमंत्री संदीप सिंह को मौका मिला हुआ है। हालांकि सरकार में उनकी हैसियत और स्थिति को देखकर माना जाता है कि उन्हें कल्याण सिंह का पौत्र होने की वजह से समायोजित किया गया है।

इस तरह अगर देखा जाए तो लोध समाज की दावेदारी पूरी सरकार के साढ़े चार साल में शून्य है। संदीप सिंह को भी सरकार में इसलिए मौका दिया गया था कि कल्याण सिंह को आवंटित बंगला सुरक्षित रहे साथ में कल्याण सिंह का सरकार ​से रिश्ता बना रहे।

ऐसे में जब उमा भारती ने लोध समाज के प्रतिनिधित्व का सवाल उठाया है तो ऐसा लग रहा है कि पार्टी नेतृत्व ने इस बारे में कभी सोचा ही नहीं। आज भी जिन नामों की चर्चा शपथ ग्रहण के लिए हो रही है उसमें अनुसूचित जाति वर्ग के तो कई चेहरे हैं । लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग के लोध समाज से संबंधित कोई नाम नहीं है।

चुनावी चौराहे पर खड़ी भाजपा के सामने अब अहम सवाल है कि लोध समाज का वोट लेने के साथ ही उसने समाज की भागीदारी कितनी रखी है। भागीदारी से लोध समाज को क्यों ​वंचित किया जा रहा है , इस सवाल का जवाब पार्टी को आने वाले दिनों में देना पड़ सकता है।

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