Lucknow: लोकबंधु अस्पताल ने कायम की मिसाल, मरीज ने जताई मतदान की इच्छा, डॉक्टर खुद दिलवाने गए वोट
Lucknow: महिला का दो दिन पहले ही ऑपरेशन हुआ था। लेकिन, जब उसने मतदान की इच्छा जताई।
Lucknow: राजधानी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल ने सराहनीय कार्य किया। अस्पताल प्रशासन ने एक महिला को एम्बुलेंस में ले जाकर वोट दिलवाया। बता दें कि, महिला का दो दिन पहले ही ऑपरेशन हुआ था। लेकिन, जब उसने मतदान की इच्छा जताई, तो लोकबंधु के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने तत्काल डॉक्टरों से मरीज़ के स्वास्थ्य का जायजा लेकर, एम्बुलेंस से ले जाकर मतदान करवाया। बता दें कि, बुधवार को 9 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान था। जिसके मद्देनजर, सभी जिलों में लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
सोमवार को हुआ था ऑपरेशन
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि लगभग 35 वर्षीय महिला अनुपमा श्रीवास्तव गर्भवती थी। जिनका सोमवार को ऑपरेशन हुआ था। उन्होंने वोट देने की इच्छा जाहिर की।
जैसे ही यह सूचना मुझ तक पहुंची, मैंने तुरंत उनके लिये एम्बुलेंस की व्यवस्था की और उनके स्वास्थ्य का पूरा ख़्याल रखते हुए डॉक्टरों की निगरानी में मतदान प्रक्रिया को सम्पन्न कराया। डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इस कार्य को अंजाम देने का श्रेय डॉक्टर उपेंद्र, वैभव और रोहित सहित स्टॉफ नर्स और कर्मचारियों को जाता है।
'मुझे हर हाल में मतदान करना था'
एम्बुलेंस से जाकर मतदान करने वाली महिला अनुपमा श्रीवास्तव ने लोकबंधु अस्पताल के सभी डॉक्टरों व कर्मचारियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि 'मुझे हर हाल में मतदान करना था। मैं किसी भी कीमत पर इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहती थी। इसीलिए, मैंने अस्पताल प्रशासन से दरख़्वास्त की, कि मुझे वोट डालना है। जिसमें उन्होंने पूरी मदद की।
एक महिला ने मतदान हेतु अपनी डिलीवरी टालने को कहा
डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि जब वह अनुपमा को वोट दिलवाकर वापस लौटे, तो कई ऐसे मरीज़ थे, जिन्होंने मतदान करने की बात कही। लेकिन, सभी को ले जाना संभव नहीं हो सकता था। इसके पीछे, उन सभी का स्वास्थ्य भी एक बड़ी वजह था।
उन्होंने बताया कि मुझे ताज्जुब उस वक़्त हुआ, जब एक गर्भवती महिला ने यहां तक कह दिया कि आज मेरी डिलीवरी न करो, मैं पहले वोट दूंगी, फ़िर डिलीवरी कराऊंगी। लेकिन, उसके साथ ऐसा संभव नहीं था। क्योंकि, उसे लेबर पेन शुरू हो चुका था। जिसके बाद, उसकी डिलीवरी कराई गई।
अस्पतालों में भी बनना चाहिए मतदान केंद्र
डॉक्टर अजय शंकर त्रिपाठी ने कहा कि "आज के वाकये ने मुझे सोचने पर मज़बूर कर दिया कि अस्पतालों में मतदान केंद्र क्यों नहीं? इससे न सिर्फ वोटिंग प्रतिशत में बढ़ावा होगा, बल्कि इस लोकतंत्र की ख़ूबसूरती में चार चांद लग जाएंगे।" उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस बारे में ज़रूर सोचना चाहिए।