UP Election 2022: चुनावी दंगल में सोशल मीडिया पर जमकर खर्च हो रहा पैसा, उत्तर प्रदेश नंबर वन
Lucknow News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि अपना पक्ष रख रहे हैं। वहीं पार्टियां भी अपनी विचार धारा को जन जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।;
Lucknow News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) में मतदाताओं को रिझाने के लिए सियासी पार्टियां हर जुगत कर रही हैं। इस बार का चुनाव कोविड प्रोटोकॉल (covid protocol) के तहत हो रहा है लिहाजा सोशल मीडिया भी इसमें अहम रोल निभा रहा है। फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि अपना पक्ष रख रहे हैं। वहीं पार्टियां भी अपनी विचार धारा को जन जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। जिस पार्टी की विचार धारा जिन लोगों से मेल खाती है उसके फॉलोअर्स बनते हैं और उनके बयानों को देखते और सुनते हैं।
यूपी चुनाव (UP Election 2022) को लेकर कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) द्वारा जो विज्ञापन सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे हैं, उसी में फेसबुक ऐड लाइब्रेरी के डेटा विश्लेषण से पता चला है की कांग्रेस के विज्ञापन को 75 फ़ीसदी महिलाओं ने देखा है जबकि बीजेपी के विज्ञापन को देखने वाले 85 फीसदी पुरुष हैं। इस तरह से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस (Congress) के पक्ष में महिलाएं और बीजेपी के पक्ष में पुरुष दिखाई देते हैं। इसका कारण यह भी है कि कांग्रेस ने शुरू में ही 40% आरक्षण महिलाओं को दिया था। महिलाओं के लिए लड़की हूं लड़ सकती हूं नारा और उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करने का भी आश्वासन दिया था। उसी से जोड़कर उनके विज्ञापन भी प्रसारित हो रहे हैं और यही वजह है कि उसे महिलाएं ज्यादा पसंद कर रही हैं।
कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) के विज्ञापन पेज को देखने वाले ऑडियंस के उम्र सीमा की बात करें तो 18 से 35 साल की आयु वर्ग के ज्यादातर लोग शामिल हैं और यही लोग फेसबुक पर काफी एक्टिव ही रहते हैं। पार्टियां युवाओं पर अपना फोकस कर रही हैं, यह अलग बात है कि कांग्रेस महिलाओं की बात कर रही है।
फेसबुक के विज्ञापन पर किए जा रहे राज्यवार खर्च
अब बात करते हैं फेसबुक के विज्ञापन पर जो राज्यवार खर्च किए जा रहे हैं। देश में पिछले 1 महीने में फेसबुक पर विज्ञापन के लिए खर्च को देखा जाए तो यह स्पष्ट हो जाता है कि जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां सबसे ज्यादा पैसा लगाया गया है। उत्तर प्रदेश में विज्ञापनदाताओं ने संभावित मतदाताओं तक पहुंचने के लिए लगभग 5 करोड़ रूपये खर्च किए हैं जो देश में पिछले 30 दिनों में किसी भी क्षेत्र के लिए सबसे अधिक राशि है। इसके बाद पंजाब का नंबर आता है, यहां 30 दिन में विज्ञापन पर लगभग 2 करोड रुपए खर्च किया गया है, गोवा में विज्ञापन पर एक करोड़, वहीं उत्तराखंड में 70 लाख के करीब खर्च हुए हैं।
कांग्रेस फेसबुक प्लेटफार्म के लिए विज्ञापन अभियान पर किए 61 लाख रुपए खर्च
यूपी (UP) बीजेपी (BJP) की बात करें तो फेसबुक पेज के लिए पिछले 30 दिनों में कुल विज्ञापन व्यय का एक तिहाई उन्होंने खर्च किया है। वहीं, कांग्रेस (Congress) फेसबुक प्लेटफार्म के लिए विज्ञापन अभियान पर 61 लाख रुपए खर्च किए हैं जबकि दूसरे पर लड़की हूं लड़ सकती हूं या आ रही है कांग्रेस पर कुल 70 लाख खर्च किए हैं। स्वदेशी ऐप कू पर भी राजनीतिक विज्ञापनों पर खुलकर खर्च हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इस ऐप पर पॉलिटिकल विज्ञापन पर पिछले 30 दिनों में 68 लाखों रुपए खर्च किया गया है।
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