UP Cabinet Expansion: अखिलेश यादव ने बताया 'छलावा', AAP ने 'संविदा मंत्रिमंडल विस्तार' तो राजभर बोले- 'भाजपा की विदाई तय'

योगी कैबिनेट विस्तार पर विपक्षी पार्टियों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की

Newstrack :  Network
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-09-26 21:22 IST

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की फाइल तस्वीर (फोटो-न्यूजट्रैक)

लखनऊ: रविवार को उत्तर प्रदेश (UP) की राजधानी लखनऊ के राजभवन में योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार (UP Cabinet Expansion) हुआ। जिसमें सात मंत्रियों ने शपथ ली। अब यूपी सरकार में मंत्रियों की कुल संख्या 60 हो गई है। आज शपथ लेने वाले मंत्रियों में जितिन प्रसाद, पलटू राम, संजय गौड़, संगीता बिंद, दिनेश खटिक, धर्मवीर प्रजापति और छत्रपाल गंगवार का नाम शामिल है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद प्रदेश की विपक्षी पार्टियों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया।

भाजपाई नाटक का समापन अंक शुरू

प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी यानी समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को छलावा बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ''उप्र की भाजपा सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी एक छलावा है। साढ़े चार साल जिनका हक़ मारा आज उनको प्रतिनिधित्व देने का नाटक रचा जा रहा है। जब तक नये मंत्रियों के नामों की पट्टी का रंग सूखेगा तब तक तो 2022 चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी। भाजपाई नाटक का समापन अंक शुरू हो गया है।

AAP का कहना- संविदा मंत्रिमंडल विस्तार

आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद व प्रदेश प्रभारी संजय सिंह (AAP Rajyasabha MP Sanjay Singh) ने योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आदित्यनाथ का बहुप्रतिक्षित संविदा मंत्रिमंडल विस्तार हो गया। तीन महीने के लिये संविदा पर रखे गये मंत्रियों के बारे में चर्चा है, दिसम्बर में आचार संहिता लग जायेगी तो क्या करेंगे माननीय? आख़िर संविदा पर ही क्यों मिलते हैं दलित और पिछड़े?

2022 में भाजपा की विदाई तय

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OP Rajbhar) ने मंत्रिमंडल विस्तार पर ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार मंत्रिमंडल विस्तार में जिन नए मंत्रियों को शपथ दिलाई है, भाजपा सरकार साढ़े चार वर्ष तक पिछड़े/दलित/वंचित वर्गों का हक लुटती रही, हिस्सेदारी तो नहीं दी, जैसे चुनाव के कुछ महीने बचे तो वोट लेने के लिए मंत्री बनाकर ढ़िढोरा पीटने लगेगी। 2022 में भाजपा की विदाई तय है।

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