UP विधानसभा चुनाव 2022: 'धनबल' मतलब वैश्य समाज, जिसे साधने में जुटी हैं पार्टियां

Up Election2022: पार्टी ने वैश्य संगठनों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए अपने वरिष्ठ नेता पवन बंसल को जिम्मेदारी सौंपी है।

Written By :  aman
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2021-09-27 06:28 GMT

धनबल' मतलब वैश्य समाज को जुटाने में जुटी है पार्टी (social media)

Up Election2022:: यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां जातीय समीकरणों को साधने में जुटी है। यूपी की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जहां ओबीसी सहित अन्य पिछड़ी जातियों पर टकटकी लगाए है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) भी अपने परंपरागत वोट बैंक के अलावा सवर्ण मतदाताओं पर भी ध्यान केंद्रित किए हुए है। 

वहीं, यूपी की राजनीति में बिलकुल हाशिए पर जा चुकी कांग्रेस भी पार्टी में एक बार फिर दम भरने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में वैश्य समाज को साधने के लिए प्रयास कर रही है। पार्टी ने वैश्य संगठनों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए अपने वरिष्ठ नेता पवन बंसल को जिम्मेदारी सौंपी है। 

धन बल मतलब वैश्य समाज 

राजनीति में संख्या बल और बाहुबल से ही काम नहीं चलता, इसके लिए धन बल की भी आवश्यकता होती है। जब राजनीति में धन बल की बात होगी तो वैश्य समाज का स्थान सबसे ऊपर होगा। प्रदेश में 4 प्रतिशत की आबादी वाला वैश्य समाज सत्ता के गलियारे में अपनी धमक हमेशा ही रखता आया है। यही वजह है कि हर पार्टी इन्हें अपने साथ जोड़े रखना चाहती है। आज भी अधिकतर शहरी सीटों पर इसी समाज के लोगों का कब्ज़ा रहा है। 

मौजूदा सदन में 24 विधायक 

मौजूदा उत्तर प्रदेश विधानसभा में वैश्य समाज के विधायकों की संख्या 24 है। इसके अलावा इस समाज के दो सांसद भी हैं। राजनीतिक दल कोई भी हो अधिकतर पार्टियों के कोषाध्यक्ष वैश्य समाज के ही देखने को मिलते हैं। चूंकि वैश्य समाज व्यापार से जुड़ा होता है, इसलिए उनके मेलजोल समाज के सभी वर्गों के लोगों से होते हैं, जिसका फायदा इनको राजनीति में मिलता रहा है। लेकिन यहीं से इस समाज का असंतोष भी उजागर होने लगा है। दरअसल, इस समाज के लोगों का कहना है कि प्रदेश में इतनी आबादी होने के बावजूद सत्ता में उनकी भागीदारी बेहद कम है। यूपी में कई नगर पालिका सीटों पर भी इस समाज का कब्जा है। 

इन जिलों में वैश्य समाज का विशेष प्रभाव 

वैश्य समाज यूपी की 116 विधानसभा सीटों पर अपना प्रभाव रखता है। जबकि, 110 सीटों पर इस समाज के 30 हजार से अधिक मतदाता हैं। इन्हीं समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेता पवन बंसल कई मीटिंग कर रणनीति बनाने में जुटे हैं। वैश्य समाज लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर, गाजियाबाद, उन्नाव, गोरखपुर, वाराणसी, आगरा, बहराइच, गोंडा, मेरठ, मुज़फ्फरनगर, नोएडा, मथुरा, अलीगढ़, झांसी आदि जिलों के विभिन्न विधानसभा सीटों पर प्रभाव रखती है।

प्रमुख वैश्य राजनेता:

  • केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 
  • डॉ. हर्षवर्धन 
  • अरविंद केजरीवाल 
  • सुशील मोदी 
  • रघुबर दास 
  • पीयूष गोयल 
  • विजय गोयल 
  • डॉ. राम मनोहर लोहिया 
  • बलवंत राय मेहता 
  • कमल मोरारका।
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