UP Election 2022 : यूपी की जनता के नाम RLD प्रमुख जयंत ने लिखी चिट्ठी, योगी सरकार पर लगाए कई आरोप
उत्तर प्रदेश की राजनीति की एक प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) के प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Choudhary) ने चुनाव से ठीक पहले जनता के नाम से चिट्ठी (letter) लिखी है।
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश की राजनीति की एक प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) के प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Choudhary) ने चुनाव से ठीक पहले जनता के नाम से चिट्ठी (letter) लिखी है। जयंत ने इस चिट्ठी में अपनी बात रखी है। आगामी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) के लिए उन्होंने जनता से स्नेह और समर्थन मांगा है। इस चिट्ठी में रालोद (RLD) प्रमुख ने लिखा है, कि वो प्रदेश की जनता के हितों के संरक्षण के लिए सदैव समर्पित रहेंगे।
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपनी इस चिट्ठी में लिखा है, कि 'कोरोना के इस कठिन काल में हम अपना और अपनों का ध्यान रखते हुए आप सभी सकुशल होंगे, ये आशा करता हूं। जैसा कि आप सभी को विदित है, उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र के पर्व का प्रारंभ हो चुका है। आप सभी अपने मताधिकार का प्रयोग कर अपनी सरकार चुनेंगे। लोक के मान का सम्मान आप सभी के मत पर निर्भर रहेगा।'
'वे दोनों हमारी स्मृतियों में सदैव रहेंगे'
जयंत ने इस चिट्ठी में अपने दादा और देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) का भी जिक्र किया है। जयंत लिखते हैं, 'उत्तर प्रदेश, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, मेरे पूजनीय दादाजी श्रद्धेय स्व.चौधरी चरण सिंह जी की कर्मभूमि है। उन्होंने देश के किसानों को उनके अधिकार दिलाए तथा वंचित, ग्रामीण समाज का सहारा बने। उनके उपरांत आप सभी के सहयोग और साथ से मेरे पिताजी स्व. चौधरी अजित सिंह (Ajit Singh) जी ने किसानों और मजदूरों के आर्थिक उत्थान का रास्ता खोला। उनके सच्चे और सरल स्वभाव को आप सभी ने खुद महसूस किया होगा। वे दोनों हमारी स्मृतियों में सदैव रहेंगे।'
सर्व समाज का विश्वास ही मेरी विरासत
चिट्ठी के अगले हिस्से में जयंत ने अपनी पार्टी और उनके पिता तथा दादा के जनसेवा और जनभावना के बारे में लिखा। उन्होंने लिखा 'जनसेवा की भावना और सर्व समाज का विश्वास ही मेरी विरासत और जीवन पूंजी है। हम मिलकर राष्ट्रीय लोकदल के विचारों को जन-जन तक ले जाने के लिए कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय लोकदल हर वर्ग, हर समुदाय, हर लोक जन की आवाज बनकर आगे बढ़ रहा है।'
सरकार पर क्या आरोप लगाए जयंत ने?
अब बात चिट्ठी के उस हिस्से की जिसमें जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, 'जैसा कि आप सभी जानते हैं, कि उत्तर प्रदेश में बीते पांच साल सत्ता में बैठे लोगों की दुर्भावनाओं और कुशासन के कारण, जनविरोधी रहे हैं। किसानों के बढ़ते बोझ के विरुद्ध जब-जब आवाज उठी, उन्हें कुचलने का प्रयास किया गया। सत्ताधीशों ने सामाजिक द्वेष, जातिगत और धार्मिक उन्माद फैलाकर जनता को बांटने का काम किया।'
मौजूदा सरकार में बढ़े दलितों पर अत्याचार
वो लिखते हैं, 'मौजूदा सरकार में साल दर साल दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं। वहीं, महिला सुरक्षा भी सवालों के घेरे में रही। प्रदेश में हर ओर वैमनस्य और अराजकता का माहौल बनाया गया। मगर, हमने आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द से कुंठित मानसिकता के विचारों को अपने बीच हावी होने से रोका। मुझे यह आप सभी के सहयोग से ही संभव जान पड़ा। आपका सहयोग मेरे लिए गौरवान्वित करने वाला है। आज मेरी जिम्मेदारियों के निर्वहन में आप सभी की भागीदारी भी मेरे लिए बहुत जरूरी है।' इसके आगे जयंत ने करबद्ध होकर पुनः प्रदेश की जनता से आशीर्वाद मांगा।
जयंत को बीजेपी ने दिया ऑफर
राष्ट्रीय लोकदल आगामी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर मैदान में उतरी है। जयंत चौधरी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कल यानी शुक्रवार को मुजफ्फरनगर तथा मेरठ में दो प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। गौरतलब है, कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के इलाके में जयंत चौधरी की पार्टी का खासा प्रभाव है। इस इलाके में पिछले चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि, इस चुनाव में माना जा रहा है, कि किसान आंदोलन की वजह से बीजेपी को कुछ नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसी के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों मथुरा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि बीजेपी के दरवाजे आरएलडी के लिए चुनाव के बाद भी खुले हैं। साथ ही, उन्होंने दिल्ली में जाट नेताओं के साथ बैठक में भी जयंत को ऑफर दिया था।