UP Election 2022: महागठबंधन की पहली रैली का ऐलान, 7 दिसंबर को अखिलेश-जयंत की मेरठ में महारैली

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन फाइनल हो गया है। दोनों दलों की पहली रैली पश्चिमी यूपी में होगी। पहली संयुक्त रैली 07 दिसंबर 2021 को मेरठ में आयोजित होगी।

Published By :  aman
Update:2021-11-25 16:16 IST

अखिलेश यादव और चौधरी जयंत सिंह। 

UP Election 2022: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal) का गठबंधन होगा या नहीं होगा, सीटों पर फंसे दांव पेच की खबरों के बीच अब यह फाइनल हो गया है, कि जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मिलकर यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Election 2022) लड़ेंगे। हालांकि, सीटों के बंटवारे की औपचारिक घोषणा अभी भले ही नहीं हुई हो, लेकिन उनकी संयुक्त रैली की तारीख पक्की हो गई है।

सपा सुप्रीमो और आरएलडी अध्यक्ष की 07 दिसंबर 2021 को मेरठ जिले में एक बड़ी रैली होने वाली है जिसे दोनों बड़े नेता संबोधित करेंगे। यह 2022 के लिए हुए महागठबंधन की पहली रैली होगी।

दो दिन पहले मिले थे अखिलेश-जयंत 

बता दें, अभी दो दिन पहले ही रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। हालांकि, कहा जा रहा था कि सीटों के लिए अभी दोनों दलों के बीच मामला फंसा हुआ है। लेकिन, मुलाकात के बाद जिस तरह से जयंत और अखिलेश ने ट्वीट किया, उससे यह तय हो गया था कि दोनों पार्टियों के बीच लगभग सब कुछ फाइनल हो चुका है।

महारैली से गठबंधन को मजबूती 

अब दोनों नेताओं की आगामी 7 दिसंबर को मेरठ में होने वाली रैली की तारीख का ऐलान भी हो गया है। जिससे इस गठबंधन को बड़ी मजबूती मिलेगी। क्योंकि, पश्चिम उत्तर प्रदेश में जहां इस बार रालोद (RLD) के पक्ष में किसान और जाट खड़े दिखाई दे रहे हैं, वहीं सपा का भी अपना एक अलग वोट बैंक है। जब दोनों दल मिलेंगे, तो जाहिर सी बात है कि असर जरूर होगा।

'रंग-बिरंगी गुलदस्ते से करेंगे बीजेपी को परास्त' 

गौरतलब है, कि आज गुरुवार को राजधानी लखनऊ के रमाबाई मैदान में जनवादी पार्टी सोशलिस्ट की रैली में पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा था, कि उनका कई दलों से गठबंधन फाइनल हो चुका है। अब कई पार्टियों के झंडे मिलकर 'रंग-बिरंगी गुलदस्ता' तैयार कर रहे हैं। इस गुलदस्ते से 2022 में बीजेपी को प्रदेश की सत्ता से उखाड़ फेंकेंगे। बता दें, कि अखिलेश इस बार पश्चिम उत्तर प्रदेश में जहां किसानों, जाटों को साथ लाने की जुगत में हैं, वहीं पूर्वांचल में राजभर, चौहान और दलितों को अपने पाले में करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।

2022 में सपा यूं बढ़ रहा कुनबा 

अब तक सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद (आरएलडी), महान दल, जनवादी पार्टी सोशलिस्ट, ओमप्रकाश राजभर की सुभाषपा, कृष्णा पटेल की अपना दल (के) के साथ गठबंधन को अंतिम रूप देने की बात कह चुके हैं। हालांकि, कल बुधवार को उनकी आप सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह से भी मुलाकात हुई थी। जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं, कि आम आदमी पार्टी (आप) भी सपा से गठबंधन की कोशिशों में लगी हुई है। संजय सिंह से मुलाकात के बाद अखिलेश ने भी उनके साथ खींची तस्वीर को ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट में  लिखा था,  'एक मुलाकात बदलाव के लिए' अब  इसके कई मायने हैं। निकाले भी जा रहे हैं। अब सवाल यही है, कि क्या आम आदमी पार्टी भी सपा के इस महा गठबंधन में शामिल हो सकती है।

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