Ayodhya News: 22 वर्षीय दलित युवती की नृशंस हत्या, आंखे फूंटी, पैर तोड़े गये, लाश देखकर परिजन हुये बेहोश
Ayodhya News: अयोध्या में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 22 साल की दलित युवती की नृशंस हत्या कर दी गई। उसकी नग्न लाश बेहद क्रूर हालत में मिली है और आशंका जताई जा रही है कि युवती के साथ रेप हुआ है।;
Ayodhya News: अयोध्या में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 22 साल की दलित युवती की नृशंस हत्या कर दी गई। उसकी नग्न लाश बेहद क्रूर हालत में मिली है और आशंका जताई जा रही है कि युवती के साथ रेप हुआ है। गुरुवार, 30 जनवरी की रात से लापता युवती की लाश शनिवार, 1 फरवरी को गांव से कुछ दूर स्थित एक सूखी नहर में मिली।
परिजनों ने युवती के लापता होने के बाद से लगातार उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन जब पुलिस ने कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया, तो 31 जनवरी को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। इसके बाद शनिवार को युवती के जीजा ने गांव से 500 मीटर दूर नहर में युवती की लाश देखी और परिजनों को इसकी सूचना दी।
जैसे ही परिवार के लोग मौके पर पहुंचे, उन्होंने युवती की लाश देखी, जिसका शरीर पूरी तरह से घायल था। उसके कपड़े गायब थे, दोनों आंखें फूटी हुई थीं और चेहरे और सिर पर गहरे घाव थे। हाथ और पैरों को रस्सी से बांधा गया था और शरीर पर जगह-जगह जख्म थे। शव की हालत देखकर मौके पर खड़ी कई महिलाएं बेहोश हो गईं। शव उठाने वालों का कहना था कि युवती के पैरों की हड्डियां भी टूटी हुई थीं।
युवती की खोज के लिए पुलिस ने जिस तरह से काम किया, उसे लेकर परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और केवल खानापूर्ति की। इस घिनौने अपराध के बाद परिवार और गांववाले न्याय की उम्मीद में हैं। घटना के बाद इलाके में गुस्से का माहौल है और लोगों की मांग है कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
अखिलेश यादव ने की कठोरतम कार्रवाई की मांग
सपा अध्यक्ष ने मामले पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुये दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग करते हुये कहा, ये बेहद दुःखद ख़बर है कि अयोध्या के ग्रामसभा सहनवां (सरदार पटेल वार्ड) में 3 दिन से गायब दलित परिवार की बेटी का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला है, उसकी दोनों आँखें फोड़ दी गई हैं उसके साथ अमानवीय व्यवहार हुआ है। प्रशासन ने तीन दिन पहले ही अगर परिवार की सूचना पर ध्यान दिया होता तो बच्ची की जान बचायी जा सकती थी।
हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते है कि जो दोषी हैं और जिन पुलिसकर्मियों ने इस मामले में लापरवाही बरती है, उन सबके ख़िलाफ़ कठोरतम कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को तत्काल 1 करोड़ का मुआवज़ा दिया जाए।