Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या सरयू नदी में आज लॉन्च होगा "गरुड़ क्रूज़", जानिए क्या है खासियत
Ram Mandir : यूपी सरकार द्वारा भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले आज अयोध्या में "गरुड़ क्रूज़" परियोजना लॉन्च होने वाली है। इस पहल सभी के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होने वाली हैं।
Ayodhya: जहां एक तरफ 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है जिसका इंतज़ार भी जल्दी समाप्त होने वाला है, वहीँ दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा भारतवासियों को एक और सौगात दी जा रही है। यूपी सरकार द्वारा भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा से पहले आज अयोध्या में "गरुड़ क्रूज़" परियोजना लॉन्च होने वाली है। यह पहल श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिहाज से काफी लाभदायक सिद्ध होने वाली हैं। इसका उद्देश्य भक्तों और पर्यटकों के लिए एक अनूठी यात्रा की पेशकश करना है। इससे लोग जहाज पर विभिन्न सुविधाओं का आनंद लेते हुए शहर के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व के बारे में और अधिक जान सके।
कौन - कौन से घाट हैं शामिल
यह क्रूज़ यात्रियों को सरयू नदी के किनारे दो घंटे की यात्रा पर ले जाएगा, जिसमें राज घाट, लक्ष्मण घाट, राम घाट और जानकी घाट जैसे महत्वपूर्ण घाट शामिल होंगे। यह अयोध्या के इतिहास और रामायण महाकाव्य कहानी में डूबने का एक आंनदमय तरीका होने वाला है। स्वादिष्ट व्यंजन के साथ - साथ मनमोहक प्रदर्शन और जहाज पर अन्य सुविधाओं का समावेश इस अनुभव को सभी आगंतुकों के लिए वास्तव में अविस्मरणीय बनाने के लिए पूरी से तैयार है।
क्या है खासियत
"गरुड़ क्रूज़" नाम का चुनाव काफी आकर्षक और महत्वपूर्ण भी है, जो भगवान राम से जुड़ी समृद्ध पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। जहाज पूरी तरह से वातानुकूलित होंगे और सौर ऊर्जा से संचालित होंगे। यह क्रूज़ में अयोध्या पहुंचने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह इस क्षेत्र को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में उभारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
संक्षेप में, आगामी "गरुड़ क्रूज़ अयोध्या" परियोजना में अपार संभावनाएं हैं। संक्षेप में कहे तो यह क्रूज़ अयोध्या के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन परिदृश्य में एक उल्लेखनीय वृद्धि स्थापित करता है, खासकर जब राम मंदिर भी प्राण प्रतिष्ठा के बाद जनता के लिए श्रद्धा भावना का प्रतीक बन कर खड़ा हो। यह अर्ध-लक्जरी नदी क्रूज भक्तों और पर्यटकों को इस पवित्र शहर के समृद्ध इतिहास और पौराणिक कथाओं में डूबने का एक अनूठा अवसर प्रदान करने वाला है।