Ayodhya News: बाल वैज्ञानिकों के नवाचार के प्रदर्श में छिपा है भविष्य का प्रतिनिधित्व, बोले वीसी डा. बिजेंद्र सिंह

Ayodhya News: उन्होंने कहा की परिकल्पना करें कि दुनिया में आबादी में सबसे ज्यादा रहने वाले देश भारत ने विज्ञान में कितना योगदान दिया है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से सवाल करते हुए कहा कि विज्ञान वरदान है उसका कितना प्रयोग हमने किया।

Report :  NathBux Singh
Update:2024-12-20 19:56 IST

Ayodhya News ( Photo- Newstrack)

Ayodhya News: राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान की ओर से जिले के एसएसवी इंटर कॉलेज में चल रही 52 वीं राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी को संबोधित करते हुए आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज के कुलपति डॉ. विजेन्द्र सिंह ने कहा कि बाल वैज्ञानिक देश के भविष्य हैं। अपने अंदर ललक पैदा करके ही बाल वैज्ञानिकों ने नवाचार के ऐसे प्रदर्श तैयार किए, जो आने वाले समय में भविष्य का प्रतिनिधित्व करेगा।

कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि क्रमबद्ध ज्ञान, समय प्रबंधन, समर्पण और अनुशासन देश के भविष्य का लक्ष्य निर्धारित करता है। इनके सहारे किसी भी उदेश्य को प्राप्त किया जा सकता है। इनमें से किसी एक का भी साथ छूटने पर सफलता नहीं मिलती है। यह एक पैकेज है, जिसमें इच्छा शक्ति ऊर्जा का काम करती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के साथ व्यक्तित्व विकास के कार्यों पर भी फोकस किया जाना चाहिए क्योंकि व्यक्तित्व विकास 90 फ़ीसदी सहायक होता है। समारोह की अध्यक्षता कर रहे अपर आयुक्त प्रशासन अयोध्या अजयकांत सैनी ने कहा कि विज्ञान को जीवन में उतारने की जरूरत है। उन्होंने कहा की धर्म के प्रति आस्था प्रकट करना श्रेष्ठ है। लेकिन अब विज्ञान की भी समाज को जरूरत है।

उन्होंने कहा की परिकल्पना करें कि दुनिया में आबादी में सबसे ज्यादा रहने वाले देश भारत ने विज्ञान में कितना योगदान दिया है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से सवाल करते हुए कहा कि विज्ञान वरदान है उसका कितना प्रयोग हमने किया। उन्होंने कहा की विज्ञान को धारण करें। जिससे देश का इतिहास स्वर्णिम हो सके। एनसीईआरटी नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉक्टर टीपी शर्मा ने कहा कि किसी को भी वैज्ञानिक सोच महान बनाती है। बाल वैज्ञानिकों ने बेहतरीन प्रदर्शन से यह साबित कर दिया की प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या मंडल अयोध्या योगेंद्र कुमार सिंह ने विज्ञान को जीवन का अंग बनाने पर बल दिया। इसके पहले प्रधानाचार्य डॉक्टर मणि शंकर तिवारी ने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया।

इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनी के सभी आयाम और व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर पवन कुमार तिवारी और राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान की प्रोफेसर डॉ. ममता द्विवेदी ने किया। संचालन विवेकानंद पांडेय ने किया। विज्ञान प्रदर्शनी का परिणाम राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान की प्रोफेसर मंजूषा गुप्ता ने प्रस्तुत किया। समारोह का आरंभ एसएसवी इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और स्वागत गीत से हुआ। इस दौरान छात्र रुद्रेश्वर गुप्ता ने संस्कृत काव्य पाठ प्रस्तुत किया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओ के सामूहिक नृत्य ने सभी को विभोर कर दिया। प्रधानाचार्य डॉक्टर तिवारी और संस्थान की प्रोफेसर डॉक्टर द्विवेदी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इसके पहले प्रधानाचार्य डॉक्टर मणि शंकर तिवारी, राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान की प्रोफेसर डॉ ममता द्विवेदी, मंजूषा गुप्ता, प्रोफेसर अरविंद कुमार गौतम, सुदामा प्रसाद, प्रधानाचार्य जनता अवध इंटर कॉलेज वीर विक्रमादित्य सिंह, अंबेडकर नगर जनता जनार्दन विद्यालय के प्रबंधक त्रियुग नारायण तिवारी, रुदौली के प्रधानाचार्य राम प्रिया शरण सिंह, सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य डॉक्टर राम सुरेश मिश्रा, शिक्षक अभिभावक संघ के अध्यक्ष घनश्याम यादव, पूर्व अध्यक्ष रमाकांत पांडेय, राजकरण इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिवकुमार मिश्र, पिठला के प्रधानाचार्य डॉ रमेश कुमार मिश्रा, बेसिक शिक्षा विभाग की शिवकरण सिंह, डॉक्टर उदयभान सिंह, शिक्षक कृष्ण कुमार तिवारी, सुरेंद्र देव तिवारी, डॉ देवेंद्र कुमार मिश्र, अरुण कुमार दुबे, अनिल कुमार मिश्र ने अतिथियों का बुके व माल्यार्पण से स्वागत किया। इस दौरान सभी 18 मंडलों के प्रभारी बाल वैज्ञानिक विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य शिक्षक और विद्यालय के छात्र छात्र मौजूद रहे।

सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय व उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय में "पढ़े विश्वाविद्यालय, पढ़े महाविद्यालय" कार्यक्रम

Ayodhya News: आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय व उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय में "पढ़े विश्वाविद्यालय, पढ़े महाविद्यालय" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के दिशा निर्देशन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. साधना सिंह ने किया। उन्होंने तकनीकी से अच्छादित जीवनशैली में पुस्तकों एवं स्वाध्याय के महत्व की जानकारी दी। बताया कि पुस्तकें छात्रों की कल्पना और रचनात्मकता, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, को बढ़ाने में मदद करती हैं। इसका व्यक्ति के बेहतर विकास एवं चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान होता है।

उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. संजय पाठक ने कहा कि शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है और आज के वर्तमान समय में सभी का शिक्षित होना बहुत आवश्यक है। कृषि महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. प्रतिभा सिंह ने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि एक बेहतर समाज के उत्थान के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को किताबें जरूर पढ़नी चाहिए। किताब पढ़ने से वयक्ति के अंतर बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। इस मौके पर डा. भगवानदीन, डा. सीएन राम, डा. भानु प्रताप, डा. प्रीति सिंह, डॉ. अनीशा वर्मा, डॉ. बबीता वर्मा, डॉ. ममता आर्या, डॉ अंजना राय एवं डॉ. श्वेता सचान सहित समस्त शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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