लखनऊ: कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कहा है कि आतंकवादियों को रोकना सरकार के बस में नहीं है। एक सवाल के जवाब में आजम ने कहा, ''आतंकियों को रोकना हमारे बस में नहीं है। इसका मुकाबला हम आपसी मुहब्बत से कर सकते हैं। दूसरे चीजों से नहीं। समय वो आना चाहिए न मक्का में बम फटे ना मंदिर में। यह लोकतंत्र की देने है कि हम यहां सदन में बैठे हैं। इसे बचाए रखना चाहिए। दंगे फसाद से शर्मिंदगी होती है।''
आईएसआईएस और अलकायदा के प्रभाव को रोकने के लिए सदन में चर्चा हो रही थी।
-संसदीय कार्यमंत्री ने कहा-राज्य में अलकायदा के सक्रिय होने का इनपुट नहीं है पर ऐसे गुटों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
-हमारे पास ऐसी एजेंसिया हैं जिसे लगाकर हम लोगों के दिलों का हाल जान सकते हैं।
-अब ऐसा समय आ गया है कि हम दिलों को छिपा नहीं सकते।
-स्वामी प्रसाद मौर्या की ओर देखते हुए आजम ने कहा- हम नेता बैठक कर राय बनाएं तो अछी बात होगी।
-एनआईए की बैठक होती रहती है। इस बारे में केंद्र सरकार को राज्य सरकार से जो मदद चाहिए वो करने को तैयार हैं।
11 मार्च तक चलेगा सत्र
-बजट पर चर्चा 17, 18 और 19 को, 11 मार्च तक चलेगा सत्र।
-आज राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा और उप्र कृषि उत्पादन मंडी (संशोधन)विधेयक, 2016 पर विचार और उसका पारण होगा।
-16 को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 17,18 और 19 को वित्तीय वर्ष 2016-17 के आय—व्यय पर चर्चा होगी।
-20 और 21 बैठक नहीं होगी। फिर 22 और 23 फरवरी को वित्तीय वर्ष् 2016-17 के आय व्यय पर साधारण चर्चा।
-24 और 25 को भी आय व्यय पर चर्चा और अनुदान की मांगों पर विचार के साथ मतदान।
-26 असरकारी दिवस होगा। 27 और 28 को बैठक नहीं होगी।