आजम खान के उर्दू गेट पर चला बुलडोजर, सार्वजनिक रोड पर जबरन कब्जे का आरोप

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का उर्दू गेट जिला प्रशासन ने गिरा दिया है। बुधवार को प्रशासन ने आजम खान द्वारा बनवाए गए इस उर्दू गेट पर बुलडोजर चलवाया।

Update: 2019-03-06 09:39 GMT

रामपुर: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी का उर्दू गेट जिला प्रशासन ने गिरा दिया है। बुधवार को प्रशासन ने आजम खान द्वारा बनवाए गए इस उर्दू गेट पर बुलडोजर चलवाया। आरोप है कि सत्ता में रहने के दौरान उन्होंने मानकों के विपरीत इस गेट को बनवाकर सरकारी जमीन यूनिवर्सिटी के कब्जे में ले ली थी जबकि यह सार्वजनिक रोड थी।

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ये है पूरा मामला

आजम खान ने सपा शासनकाल में यह गेट बनवाया था। इस गेट की ऊंचाई बहुत कम थी। इस कारण ट्रक और बस भी यहां से नहीं निकल पाते थे। सपा सरकार में स्थानीय कद्दावर नेता होने के चलते किसी ने शिकायत नहीं की। भाजपा सरकार के आने के बाद स्वार क्षेत्र के लोगों ने कई बार शिकायत की।

शासन ने एसआइटी जांच भी कराई। जांच में गेट को अवैध माना गया। शहरी क्षेत्र में होने के बावजूद रामपुर विकास प्राधिकरण से भी स्वीकृति नहीं ली गई। गेट का निर्माण आजम खान की विधायक निधि और सी एंड डीएस के सेंटेज से कराया गया था।

इस मामले में जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने भी शिकायत का संज्ञान लिया। उन्होंने अपर जिलाधिकारी प्रशासन की अध्यक्षता में कमेटी गठित की। कमेटी ने जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी।समिति की जांच रिपोर्ट में उल्लेख है कि कम ऊंचाई होने की वजह से वाहन नहीं निकल पाते हैं। स्वार रोड पीडब्ल्यूडी की है, लेकिन इस गेट बनवाने के लिए विभाग ने भी अनुमति जारी नहीं की। जांच में गेट को नियम विरुद्ध बताया गया।

बुधवार को जिला प्रशासन और पुलिस की टीम आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची। डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि इस गेट को सीएनडीएस ने विधायक निधि से बनाया था। इसे बनाने में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया। अगर किसी रोड पर स्पीड ब्रेकर भी बनाया जाता है तो इसके लिए जिला प्रशासन की अनुमति लेना जरूरी होता है लेकिन इस गेट को बनाने में कोई इजाजत नहीं ली गई।

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ट्रैफिक हो गया था बाधित

डीएम ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की रोड रामपुर जिले को उत्तराखंड से जोड़ती है। इसी रोड के बीच में जौहर यूनिवर्सिटी पड़ती है। इस रोड पर वाहनों का बहुत दबाव रहता है। रोड के बीच में गेट बनाकर रोड को डायवर्ट कर दिया गया था। इसका नतीजा यह हुआ कि रोड बंद हो गई और लोगों को घूमकर जाना पड़ता था। जो रूट डायवर्ट किया गया वह आबादी के बीच से जाता था, जिससे उस इलाके में हमेशा जाम लगा रहता था।

गेट बनाने में 40 लाख रुपये हुए थे खर्च

एसपी के कार्यकाल में इस गेट को बनाने में करीब 40 लाख रुपये खर्च किए गए थे। बीजेपी के सत्ता में आते ही आजम खां के कट्टर प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक नवाब काजिम अली खान, बीजेपी नेता आकाश कुमार सक्सेना और कांग्रेस के फैसल खान ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर शिकायत की थी।

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अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लिखा गया

डीएम आंजनेय कुमार ने बताया कि हैरानी वाली बात यह है कि विधायक निधि का दुरुपयोग किया गया और सीएनडीएस जैसी सरकारी संस्था की भी इसमें मिलीभगत रही। इस मामले में एक समिति गठित की गई थी जिसके आदेश के बाद गेट गिराया गया और सीएनडीएस के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शासन को यह भी लिखा जा रहा है कि विधायक निधि का जो दुरुपयोग किया गया उसकी वसूली इन अधिकारियों से की जाए।

आजम खान के बेटे ने कही ये बात

पूर्व मंत्री आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम ने कहा कि सवाल यह नहीं कि किसने शिकायत की और कितने रूपयों का नुकसान हुआ, बल्कि हमारा सवाल शासन से यह है कि उन्हें लफ्जे़ उर्दू से कितनी नफरत है? यह नफरत मुसलमानों से, शहर से या फिर इस शहर की तरक्की से है।

पहली नजर में ही यह साफ है कि उर्दू अल्फाज़ के बहाने मुसलमानों से यह नफरत निकाली गई है। चुनाव अनकरीब होने के नाते सोची समझी साजिश के तहत मुस्लिम बाहुल्य शहर रामपुर में दंगा, धार्मिक उन्माद फैलाकर पूरे देश में भाजपा को इसको फायदा पहंुचाने की कोशिश है। स्वार अवैध खनन का अडडा बनने के चलते इस सड़क पर गेट बनने से जिला प्रशासन की गाड़ियों को परेशानी थी।

सपा दफ्तार आयोजित पत्रकार वार्ता में अब्दुल्ला आजम ने कहा कि रामपुर के नौजवान, आने वाली नस्लों और उनके मुस्तकबिल का फैसला क्या वो लोग करेंगे जो अटैचियों में तमंचे और जिनाकारी के लिए लड़की सप्लाई करते हैं या वो लोग करेंगे जो राजभवन में अपने घर की इज्जत और आबरू गिरवी रखकर आते हैं।

रामपुर वालों को अगर इस डर, नफरत और संगीनों के साये में जीना है तो वह भाजपा ज्वाइन कर लें या फिर धर्म बदल लें। नहीं मालूम कब डीएम साहब की नजरें फिर जाये और कफ्र्यू के नाम पर लोगों को खुलेआम गोलियां चलवा दें। अब्दुल्ला आजम ने कहा कि हमारे पास सूचना है कि प्रशासन अम्बेडर पार्क के गेट को गिराना चाहता है।

शायद बाबा भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति भी गिराने की कोशिश है, ताकि आरएसएस और भाजपा का एजेन्डा लागू किया जा सके। कहा कि वर्तमान अधिकारियों के होने पर निष्पक्ष चुनाव होना मुमकिन नहीं है। सबसे बड़े अधिकारी की साजिश है मुसलमान मतदाताओं के नाम सूची से काटने की। कुछ कहने पर योगी जी एनकाउण्टर के नाम पर गोली मरवा देंगे, देशद्रोही साबित कर देंगे। उूर्द गेट तोड़े जाने को लेकर पार्टी लेवल पर अभी कोई रणनीति नहीं बनी है। जनता इसका इंसाफ करेगी।

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