Bahraich News: एसओ ने मांगी थी फोर्स, फिर भी एक्शन में नप गए, बहराइच महाराजगंज हिंसा का मामला
Bahraich News: हरदी थानाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में यह मांग की थी। यह पत्र 24 सितम्बर को लिखा गया था।
Bahraich News: बहराइच के महाराजगंज क्षेत्र की हिंसा के मामले से जुड़ी बड़ी खबर यह आई है कि महाराजगंज में हुई हिंसा से पहले थाना अध्यक्ष हरदी ने SP से अतिरिक्त फोर्स की मांग की थी। यह फोर्स दशहरे को सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए मांगी गई थी। पत्र में डेढ़ सेक्सन PAC व डेढ़ सेक्सन पैरा मिलेंट्री फोर्स की मांग की गई थी।
हरदी थानाध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में यह मांग की थी। यह पत्र 24 सितम्बर को लिखा गया था। जिसमें कहा गया था कि थाना हरदी क्षेत्र में हर वर्ष की भाति इस वर्ष भी दशहरा हर्षोल्लास से मनाया जाएगा जिसको सकुशल संपन्न कराने हेतु अतिरिक्त पुलिस बल की मांग के लिए प्रत्यावेदन भेजा जा रहा है।
उपरोक्त अतिरिक्त पुलिस बल की मांग
पत्र में लिखा गया था कि थाना स्थानीय क्षेत्र में पूर्व की भांति इस वर्ष भी दशहरा पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। त्योहार को पूर्व की भांति इस वर्ष भी सकुशल सम्पन्न कराने के लिए इस अतिरिक्त बल जिसमें डेढ़ सेक्सन पीएसी व डेढ़ सेक्सन पैरा मिलेट्री फोर्स की आवश्यकता होगी। जिससे कि उक्त स्योहार सकुशल सम्पन्न कराया जा सके। पत्र में आग्रह किया गया था कि त्योहार दशहरा में जन सुरक्षा के दृष्टिगत उपरोक्त अतिरिक्त पुलिस बल प्रदान करने की कृपा की जाए।
इस पत्र की प्रतिलिपि अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और क्षेत्राधिकारी महसी सर्किल महसी को भी भेजी गई थी। पत्र में पेन से 24 सितंबर की तारीख पड़ी है। न्यूजट्रैक इस पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन अगर फोर्स पहले ही मांगी गई थी तो फोर्स क्यों नहीं मिली और एसपी वृंदा शुक्ला ने हरदी थाना प्रभारी व महसी चौकी इंचार्ज को निलंबित कैसे कर दिया। जबकि सीओ पर कार्रवाई नहीं हुई।
इस पत्र के वायरल होने के बाद पूरे घटना क्रम की सघन जांच जरूरी हो जा रही है। निसंदेह कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले किसी को भी बक्शा नहीं जाना चाहिए चाहे वह शीर्ष पद पर बैठा व्यक्ति ही क्यों न हो।