बिसाहड़ा: आरोपी रविन की मौत के बाद तनाव, मुआवजे और जेलर पर कार्रवाई की मांग
भूख हड़ताल पर बैठी महिलाएं अखलाक के भाई जान मोहम्मद की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। अनशनकारियों ने रविन की पत्नी को नौकरी दिए जाने की मांग भी की है। ग्रामीणों ने कहा कि अखलाक के परिजनों को तीन फ्लैट और मुआवजे की तरह रविन के परिजनों को भी एक करोड़ का मुआवजा मिले।
नोएडा: डेढ़ साल की साक्षी कभी मां की गोद में बैठकर उसके आंसू पोंछती है, तो कभी दादी के गालों पर बहे आंसू पोंछने लगती है। मासूम साक्षी को नही मालूम कि उसकी मां-दादी क्यों रो रही हैं या उसके घर लोगों की भीड़ क्यों जमा है। साक्षी बिसाहड़ा के अखलाक हत्याकांड के आरोपी रविन की बेटी है। बीमारी के बाद बुधवार को रविन की हॉस्पिटल में मौत हो गई।
परिवार की चिंता
-बिसाहड़ा कांड के वक्त साक्षी छह माह की थी। रविन की शादी 3 साल पहले बुलंदशहर के लालगढ़ी गांव निवासी पूजा से हुई थी।
-पत्नी पूजा तीन दिन पहले ही रविन से मुलाकात करके आई थी। रविन बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित थे।
-रविन की मां निर्मला देवी ने बताया कि 23 सितंबर को गांव के लोग मिलाई के लिए गए थे, तब रविन ने बेटी से मिलने की इच्छा जताई थी।
-निर्मला देवी का आरोप है कि जेल प्रशासन मिलाई के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। इसलिए पिता को बेटी से नहीं मिलने दिया।
-रविन अपने इलाज से भी संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने कहा था कि मैं बाहर इलाज कराना चाहता हूं लेकुन कोई सुन नहीं रहा है।
-रवि मोजर बीयर में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करते थे। अब उनके परिवार की आर्थिक हालत दयनीय है।
अन्य परिवारों में डर
-जेल में बंद आरोपियों के परिजन भूख हड़ताल पर हैं। ऐसे में उन्हें यह भी डर सता रहा है कि जेल प्रशासन आरोपियों के साथ मारपीट न करे।
-ग्रामीणों ने जेल में बंद सभी आरोपियों का किसी हॉस्पिटल में मेडिकल कराने की मांग की है।
-रविन के पिता रणवीर ने तो यहां तक कहा कि ग्रामीणों में डर है कि उनके बच्चों की हत्या न हो जाए।
-पिता ने रविन की मौत के लिए जेलर को दोषी ठहराया है। उनकी मांग है कि जेलर को सस्पेंड करके उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
ग्रामीणों की मांग
-इस बीच गांव में अनशन जारी है। भूख हड़ताल पर बैठी महिलाएं अखलाक के भाई जान मोहम्मद की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं।
-अनशनकारियों ने रविन के परिवार से एक व्यक्ति, खासकर पत्नी को नौकरी दिए जाने की मांग की है।
-मांग की गई है कि जिस तरह से अखलाक के परिजन को तीन फ्लैट और मुआवजा मिला है, उसी तरह रविन के परिजनों को भी एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए।
-ग्रामीणों ने जेल में बंद सभी आरोपियों की रिहाई और जेलर के खिलाफ एफआईआर की भी मांग की है
-ग्रामीणों ने कहा कि प्रदेश सरकार को हिंदुओं के हित में भी सोचना चाहिए। गांव में तनाव बना हुआ है।
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