योगी जी! यहां है सब खुल्लमखुल्ला: DM, SDM और ADM नहीं उतार रहे गाड़ियों से नीली बत्ती
एक तरफ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लाख दावे कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उनके ही अधिकारियों को वीआईपी कल्चर खत्म करना शायद पसंद नहीं आ रहा है।
शाहजहांपुर: एक तरफ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लाख दावे कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उनके ही अधिकारियों को वीआईपी कल्चर खत्म करना शायद पसंद नहीं आ रहा है। गाङियों पर नीली बत्ती लगाकर आदेशों की खुली धज्जियां यूपी के शाहजहांपुर में उङाई जा रही हैं।
खास बात ये है कि डीएम ने खुद अपनी गाड़ी पर नीली बत्ती लगा ली और साथ ही एसडीएम और एडीएम एफआर ने भी अपनी गाङियों पर नीली बत्ती लगाई है। डीएम का कहना है कि इमरजेंसी ड्यूटी के वक्त नीली बत्ती लगा सकते हैं। वहीं एआरटीओ का कहना है कि शासनादेश मे सिर्फ पुलिस, एम्बुलेंस और अग्निशमन की गाङियों को छूट दी गई है अन्यथा कोई भी नीली या लाल बत्ती लगाता है उस पर कानूनी रूप से कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल यूपी में बीजेपी सरकार आने के बाद जब योगी आदित्यनाथ को सीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई तो उसके बाद सीएम ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के आदेश दिए। जिससे जनता और अधिकारियों मे कोई फर्क न रहे। हालांकि, कुछ दिन तक अधिकारियों ने इस आदेश का कड़ाई से पालन भी किया था। लेकिन अब इसकी धज्जियां उङती नजर आ रही हैं।
यूपी के शाहजहांपुर में नरेंद्र कुमार सिंह डीएम हैं। जब सरकार ने आदेश दिए थे कि कोई भी अधिकारी अपनी गाड़ियों पर नीली या लाल बत्ती नहीं लगाएगा तब डीएम समेत तमाम अफसरों ने गाड़ियों पर से नीली बत्ती और हूटर उतार लिए थे। जैसे-जैसे आदेश को टाईम बीतता गया वैसे-वैसे उस आदेश का असर भी कम होता गया।
इसका शाहजहांपुर कलेक्ट्रेट मे खड़ी गाङियां बता रहीं हैं। ये गाङियां यहां के डीएम, एसडीएम और एडीएम एफआर की हैं। जो शहर के बड़े अधिकारी हैं। अब जब शहर के बड़े अधिकारी ही नीली बत्ती लगाकर घूमेंगे तो बाकी छोटे अधिकारी अगर नीली बत्ती लगा लेते हैं तो उन पर कार्रवाई कौन करेगा?
जब डीएम नरेंद्र कुमार सिंह से उनकी गाड़ी पर लगी नीली बत्ती पर बात की गई तो वह इमरजेंसी ड्यूटी की दुहाई देते नजर आए। उनका कहना है इमरजेंसी ड्यूटी के लिए शासन से परमीशन हैं। आप देखते हैं कि पुलिस भी अब नीली बत्ती लगा रही है। इसके बाद डीएम नरेंद्र कुमार सिंह इमरजेंसी की दुहाई देते हुए गाड़ी मे बैठ गए।
एआरटीओ वीएम वर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार के आदेशानुसार कोई अधिकारी या मंत्री नीली या लाल बत्ती नहीं लगा सकता है। नीली बत्ती के लिए सिर्फ तीन विभागों को छूट दी गई है। जिसमें पुलिस को लाॅ एंड आर्डर के लिए इमरजेंसी की है।इसके अलावा एंबुलेंस और अग्निशमन की गाड़ियों को छूट दी गई है। अन्यथा कोई भी अधिकारी नीली या लाल बत्ती लगाया पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी रूप से कार्रवाई की जाएगी।