Firozabad news: सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा का आगाज 12 अक्टूबर से, प्रसपा नेता शिवपाल के बेटे का एलान
Firozabad News : प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने कहा देखिए जितनी भी 403 सीटें हैं, सभी पर हमने सर्वे कराया है, हमारे नेताओं ने उम्मीद की थी कि तैयारी हर जिले के अंदर होनी चाहिए, वह तैयारी हमारी हो रही है।
Firozabad News : शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव ने कहा है कि 12 तारीख से हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के नेतृत्व में सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा निकाल रहे हैं, जिसका शुभारंभ मथुरा से किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मथुरा से होते हुए आगरा, आगरा से फिरोजाबाद होते हुए जसवंतनगर, इटावा और औरैया होते हुए झांसी बुंदेलखंड की तरफ यह रथ यात्रा कूच करेगी। प्रसपा नेता ने कहा इस रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिस तरह मौजूदा सरकार के द्वारा जो वादे किए गए, जो लखीमपुर में हुआ, किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाई गई, उसमें किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई, इसलिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह तय किया है कि 2022 का जो विधानसभा चुनाव हो उस में मुख्य भूमिका प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की रहे।
क्या समीकरण होगा, कैसे चुनाव लड़ा जाएगा
प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने कहा देखिए जितनी भी 403 सीटें हैं, सभी पर हमने सर्वे कराया है, हमारे नेताओं ने उम्मीद की थी कि तैयारी हर जिले के अंदर होनी चाहिए, वह तैयारी हमारी हो रही है। आगे क्या समीकरण होगा, कैसे चुनाव लड़ा जाएगा यह पार्टी तय करेगी।
फिरोजाबाद में एक पूर्व विधायक को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने बहुत बड़े पद से नवाजा था, लेकिन वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गया, उस पर आदित्य यादव ने कहा कि वह पीड़ित परिवार था उसकी हमने मदद की थी लेकिन उस परिवार ने क्या किया यह उसी से जाकर पूछिए।
क्या है संभावना, क्या यादव बंट जाएगा
प्रदेश में सपा प्रसपा का गठबंधन नहीं होता, तो इसका असर सीधा यादव बाहुल्य सीटों पर पड़ेगा यादव वोट बंटेगा, जो अखिलेश यादव को कुर्सी से दूर खींच देगा। वहीं सपा संरक्षक मुलायम सिंह के रिश्तेदार सिरसागंज विधायक हरिओम यादव यादवों में घोसी समुदाय से हैं। पारिवारिक विवाद से इस समाज का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है। इसी मुद्दे को लेकर वह आज कल यादवों में अलख जगा रहे हैं।
यादव उत्तर प्रदेश में कमरिया ओर घोसी दो बड़े गुट हैं। सैफई परिवार कमरिया है। हरिओम यादव घोसियों के नेता हैं, जो अखिलेश और प्रोफेसर रामगोपाल यादव पर घोसियों की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। वह शिवपाल सिंह के साथ कदम से कदम ताल कर रहे हैं। वह खुले आम यादवों को संदेश दे रहे हैं कि घोसियों को राजनीति से दूर किया जा रहा है और कमरिया यादवों का वर्चस्व कायम किया जा रहा है। यादव दो फाड़ होता दिख रहा है। प्रसपा यादवों में दो फाड़ करने की तैयारी में है।