Firozabad News: पाउडर से बन रहा पनीर और छेना, खाद्य विभाग की मिली भगत आई सामने

Firozabad News: खाद्य विभाग की मिली भगत से नगर के एक मुहल्ला में मिलावटी पनीर और छैना धड़ल्ले से बनाया जा रहा है। यहां पूरी रात भट्टी चलती है। सुबह रात में बनाये गये माल की सप्लाई गाड़ियों से की जाती है।;

Update:2025-03-20 18:08 IST

Paneer and chenna being made from powder collusion of food department (Photo: Social Media)

Firozabad News: खाद्य विभाग की मिली भगत से नगर के एक मुहल्ला में मिलावटी पनीर और छैना धड़ल्ले से बनाया जा रहा है। यहां पूरी रात भट्टी चलती है। सुबह रात में बनाये गये माल की सप्लाई गाड़ियों से की जाती है। जब इस संबंध में फैक्ट्री स्वामी से जानकारी की तो उसने अधिकारियों को मोटी रकम दिये जाने की बात कही।

मिलावटी पनीर और छैना बनाने का कार्य चल रहा था

मधावगंज के समीप स्थित गांव नगला हीरा सिंह में एक घेर में मिलावटी पनीर और छैना बनाने का कार्य बड़े पैमाने पर चल रहा है। यह लोग पनीर और छैना में कैमिकल के साथ कई रंगों का प्रयोग करते हैं। जब इसकी जानकारी हुई तो सच्चाई जानने के लिए फैक्ट्री में पहुंच गये। मौके पर मीडियाकर्मियों को दो ड्रम छेना से भरे और बड़ी मात्रा में पनीर बना हुआ मिला। मीडियाकर्मियों को देख कर भट्टी पर काम कर रहे लोग भाग गए। स्थानीय लोगों ने बताया की इसकी सप्लाई पूरे जिले में की जा रही है। बड़ी और ऊंची दुकानों पर भी जो छैना बिक रहा है, उनमें ज्यादातर दुकानों पर इसी फैक्ट्री का बना हुआ छैना रखा है।

लाइसेंस होने की बात से किया इंकार

इस काम को कर फैक्ट्री स्वामी अनिल बघेल से जब इस आइटम को बनाने के लिए लाइसेंस के बारे में पूछा तो उसने लाइसेंस होने की बात से इंकार कर दिया। उसने बताया कि फैक्ट्री को संचालित करने के लिए मोटी रकम अधिकारियों को दी जाती है। प्रति माह अधिकारी के यहां से लोग आते हैं और अपनी रकम लेकर चले जाते हैं। जबकि उसके पास छैना और पनीर बनाने के लिए खाद्य एवं औषधि विभाग से किसी प्रकार की कोई परमीशन नहीं है। जब उससे पूछा कि छैना किस रेट में बाजार में बेंचते हो। तो उसने बताया कि एक किलो छैना मात्र 140 रूपय में दुकानदारों को दिया जाता है। इसके साथ ही पनीर भी दुकानदारों को 120 रुपये किलो में दिया जाता है।

आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी

मिलावटी पनीर और छैना को बाजार में आपूर्ति करके यह लोग अवैध रूप से मोटी रकम तो कमा ही रहै हैं, साथ ही जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। लेकिन विभागीय अधिकारी आंख मूंद कर सुविधा शुल्क लेकर इसे अपनी मूक स्वीकृत देकर चलवा रहे हैं। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस संबंध में असिस्टेंट कमिश्नर चंदन पांडे ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। अगर इस तरह की कोई शिकायत मिलती है तो मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में दोषी पाये जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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