श्रृंगार का सामान नहीं लाए दूल्हे राजा, नाराज राजकुमारी ने तोड़ी शादी, बनाया बंधक

आपने अब तक दहेज मांगने पर बारात वापस करने के मामले तो सुने होंगे, लेकिन यूपी के हापुड़ में बारात वापस करने का अनोखा मामला सामने आया है। जहां दुल्हन ने जयमाला होने के बाद फेरे लेने से इंकार कर दिया क्योंकि लड़का दुल्हन की चूड़ी, सिंदूर और श्रृंगार का सामान नहीं लाया था।

Update: 2016-12-10 13:55 GMT

हापुड़: आपने अब तक दहेज मांगने पर बारात वापस करने के मामले तो सुने होंगे, लेकिन यूपी के हापुड़ में बारात वापस करने का अनोखा मामला सामने आया है। जहां दुल्हन ने जयमाला होने के बाद फेरे लेने से इंकार कर दिया क्योंकि लड़का दुल्हन की चूड़ी, सिंदूर और श्रृंगार का सामान नहीं लाया था। इसपर दुल्हन ने खाना खा रही बारात को भगा दिया। यही नहीं दूल्हे और उसके माता-पिता को बंधक बना कर दुल्हन के परिजनों ने शादी में खर्च हुई रकम वापस करने के बाद छोड़ने का फरमान सुनाया। दोपहर बाद पुलिस पहुंची और फिर दूल्हे और उसके परिजनों को छुड़ाया। इसके साथ ही शादी में लड़की पक्ष द्वार खर्च हुए डेढ़ लाख रुपए दूल्हे पक्ष से दिलवाकर समझौता करवाया गया।

क्या है मामला ?

दरअसल छिददा सिंह ने अपनी बेटी राजकुमारी की शादी जनपद मेरठ के गांव गांवडी निवासी पवन कुमार के बेटे पंकज के साथ तय की थी। शादी में दूल्हा पंकज दुल्हन राजकुमारी के लिए चूड़ियां, मांग का सिंदूर और श्रृंगार का सामान नहीं लाया। इस पर दुल्हन राजकुमारी नाराज हो गई और उसने शादी न करने का फैसला किया। इस फैसले से बारात में शामिल सभी लोग सन्न रह गए। शादी की खुशियां पलभर में मायूसी में बदल गई और दुल्हन पक्ष के लोगों ने बारातियों के साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी। मामला इतना तूल पकड़ गया कि दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे और उसके परिजनों को बंधक बना लिया।

क्या कहना है लड़की पक्ष का ?

लड़की पक्ष का कहना है कि उन्होंने दूल्हे को दहेज में उनके द्वारा मांगी गई हर चीज दी, लेकिन शादी में दूल्हे वाले सिर्फ साड़ी लेकर आए। उनका कहना है कि जब हम दहेज में लड़के वालों की हर मांग पूरी कर सकते हैं तो लड़के वाले सिंदूर और श्रृंगार का सामान भी नहीं ला सकते।

आगे की स्लाइड्स में देखिए और फोटोज ...

Tags:    

Similar News