Lucknow University News: लखनऊ विश्वविद्यालय की पीएचडी स्कॉलर को मिला लॉरा बासी छात्रवृत्ति शीतकालीन 2024 पुरस्कार
Lucknow University News: लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो आलोक कुमार राय ने शिवांगी को इस सफलता के लिए बधाई दी और विश्वविद्यालय को गर्वित करने के लिए और अच्छे शोध कार्य करने की सलाह दी।;
Lucknow University News: लखनऊ विश्वविद्यालय के जैवरसायन विभाग की पीएचडी स्कॉलर शिवांगी दुबे को प्रतिष्ठित लॉरा बासी छात्रवृत्ति शीतकालीन 2024 सत्र के लिए चुना गया है। इस पुरस्कार के तहत उन्हें एक हजार अमेरिकी डॉलर की संपादकीय सहायता प्रदान की जाएगी। दुनियाभर से इस छात्रवृत्ति के लिए लगभग एक हजार आवेदन आए थे। जिनमें से केवल 14 उम्मीदवारों को चयनित किया गया, जिनमें से दो भारत से हैं।
लॉरा बासी छात्रवृत्ति का उद्देश्य
बता दें कि लॉरा बासी छात्रवृत्ति की स्थापना 2018 में की गई थी। जिसका उद्देश्य स्नातकोत्तर और जूनियर शिक्षाविदों को संपादकीय सहायता प्रदान करना है। जो अपने शोध में उपेक्षित या नए विषयों पर काम कर रहे हैं। यह छात्रवृत्ति हर वर्ष तीन बार प्रदान की जाती है और विभिन्न विषयों के लिए खुली है।
शिवांगी दुबे का कैंसर शोध और योगदान
शिवांगी जैवरसायन विभाग में प्रोफेसर सिद्धार्थ मिश्र के मार्गदर्शन में कैंसर जीवविज्ञान और चिकित्सा पर शोध कर रही हैं। उनका प्रमुख शोध स्तन कैंसर के कठिन इलाज वाले उपप्रकार, ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर पर केंद्रित है। उनका उद्देश्य टीएनबीसी के निदान और उपचार में सुधार करना है। उन्होंने जैवसूचना विज्ञान और कम्प्यूटेशनल जीवविज्ञान का उपयोग करते हुए टीएनबीसी से संबंधित महत्वपूर्ण जीन और मार्गों की पहचान की है और प्राकृतिक फ्लेवोनोइड्स को संभावित चिकित्सीय एजेंट के रूप में प्रस्तुत किया है।
प्रोफेसर सिद्धार्थ मिश्र का योगदान
प्रोफेसर सिद्धार्थ मिश्र जो शिवांगी के शोध निर्देशक हैं। कैंसर जीवविज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में प्रमुख योगदान दे रहे हैं। विशेष रूप से यकृत, स्तन और कोलोरेक्टल कैंसर में। हाल ही में उन्होंने चागा मशरूम के लीवर कैंसर पर सुरक्षात्मक प्रभावों पर एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट प्रकाशित की है।
विश्वविद्यालय और शिक्षकों की सराहना
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो आलोक कुमार राय ने शिवांगी को इस सफलता के लिए बधाई दी और विश्वविद्यालय को गर्वित करने के लिए और अच्छे शोध कार्य करने की सलाह दी। जैवरसायन विभाग के अन्य शिक्षक जैसे प्रो. समीर शर्मा, प्रो. सुधीर मेहरोत्रा, और डॉ. आशुतोष सिंह ने भी शिवांगी की सराहना की।