बुंदशहर हिंसा पर एडीजी बोले, आरोपी योगेश की अभी नहीं हुई गिरफ्तारी, हालात सामान्य

बुलंदशहर के स्याना गांव में गोहत्‍या की अफवाह के बाद फैली हिंसा के बाद अबतक पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुल 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को एफआईआर में मुख्य आरोपी बनाया गया है।

Update: 2018-12-04 04:15 GMT

बुलंदशहर: बुलंदशहर के स्याना गांव में गोहत्‍या की अफवाह के बाद फैली हिंसा को लेकर एडजी कानून व्यवस्था ने कहा कि मौके पर इंटेलीजेंस एडीजी हैं। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।

बता दें कि हिंसा मामले में अबतक पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में कुल 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को एफआईआर में मुख्य आरोपी बनाया गया है।

एडीजी ने कहा कि वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि सीओ की फोर्स की मांग पर आसपास के थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि मृतक सुबधो को पहले पत्थर मारा गया जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश हुई तो उन पर फिर हमला किया गया। इंस्पेक्टर की गाड़ी तोड़ दी गई। इसके बाद दूसरी गाड़ी बुलाई गई जिससे इंस्फेक्टर को अस्पताल ले जाया गया।

उन्होंने कहा कि बुलंदशहर के हालात सामान्य हैं किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो इसके लिए सतर्कता बरती जा रही है। दो एफआर अभी दर्ज हुई है। एक गौकसी का मुकदमा दर्ज किया गया है, तो वही दूसरा चौकी में तोड़फोड़ करने का। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीम दबिश दे रही है।

एडीजी ने बताया कि वीडियो और फोटोज के आधार पर गिरफ्तारी की जा रही है किसी निर्दोष को न गिरफ्तार किया जाए इसलिए एसआईटी का गठन किया गया है। उन्होंने दिवंगत इंस्पेक्टर पूरी तरह से गाॅड आॅफ आॅनर दिया जा रहा है। सुबोध सिंह हमारे लिए शहीद हैं। एक छात्र को गोली गी है उसके पीएम किया जा रहा है उसके शरीर जो गोली मिली है उसे एफएसएल भेजा गया है ताकि बोर की जांच की जा सके।

गिरफ्तार आरोपियों में चमन, रामबल, आशीष चौहान और सतीश नाम के लोग शामिल हैं। योगेशराज को गिरफ्तार करने की कोशिश जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी जांच एसआईटी के दायरे में है। जांच के बाद पता चलेगा कि कैसे और क्या घटना हुई थी। एसआईटी के जांच में साफ हो जाएगा कि घटना के पीछे कौन है।

एसआईटी की जांच में साबित होंगे कि घटना के पीछे कौन है।

उन्होंने कहा कि जानवरों के एक्सपर्ट से बात की जा रही है कि कितना पुराना अवशेष है, अभी कुछ पक्के तौर पर नहीं कह सकते हैं। सुमित की मौत उन्होंने कहा कि सभी चीजों की जांच की जा रही है। जांच और एफएसल की रिपोर्ट के बाद साफ हो पाएगा।

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आपको बता दें, सोमवार को हिंसक भीड़ ने पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या कर दी थी।

एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने बताया, बुलंदशहर हिंसा के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा क्‍यों हिंसा हुई और क्‍यों पुलिस अधिकारी इंस्‍पेक्‍टर सुबोध कुमार को अकेला छोड़कर भाग गए।

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एटा में होगा अंतिम संस्कार

शहीद इंस्‍पेक्‍टर सुबोध को पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी गई। सुबोध के शव को अंतिम संस्‍कार के लिए गृह जनपद एटा ले जाया जा रहा है।

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