Aligarh New: बालिग होने पर प्रेमिका ने रचाई शादी, प्रेमी पर था अपहरण व दुष्कर्म का आरोप

Aligarh New: 18 साल पूरे होने पर लड़की ने लडके पर लगा केस वापस ले लिया। घरवालों के विरोध के बाद प्रेमिका ने मंगलवार को श्री वार्ष्णेय मंदिर में हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार प्रेमी से शादी रचा ली।

Written By :  Garima Singh
Published By :  Pallavi Srivastava
Update: 2021-07-28 01:15 GMT

अपनी मर्जी से शादी करने पर नाराज घरवालों से युवती को खतरा (सांकेतिक फोटो) pic(social media)

Aligarh New: अलीगढ़ में एक युवती ने अपने घरवालों के खिलाफ जाकर शादी कर ली। जबकि लड़के पर घरवालों ने अपहरण व दुष्कर्म का आरोप लगाकर उसे जेल भिजवाया था। मामला तीन साल पहले का है जब युवती नाबालिग थी। लंबे समय के इंतजार के बाद युवती जैसे ही बालिग हुई उसने प्रेम विवाह कर लिया। पढ़िए क्या है पूरी खबर-

बता दें कि प्रेमिका ने बालिग होने पर घर वालों से बगावत कर प्रेमी से मंगलवार को मंदिर में शादी रचा ली। प्रेमिका के घर वालों के विरोध के चलते प्रेमी पर अपहरण व दुष्कर्म का मुदकमा दर्ज किया गया था। और प्रेमी को पांच महीने जेल में काटने पड़े थे। हाईकोर्ट से प्रेमी को जमानत मिल गइ। वहीं लड़की के 18 साल पूरे होने पर कोर्ट में प्रेमी से मुहब्बत की अपनी पूरी दास्तां बयान करते हुए केस वापस ले लिया। घर वालों के विरोध के बाद प्रेमिका ने मंगलवार को श्री वार्ष्णेय मंदिर में हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार प्रेमी से शादी रचा ली। वहीं प्रेमिका ने बताया कि उसकी जान का खतरा है। और मुख्यमंत्री, एसएसपी महिला आयोग से सुरक्षा की गुहार लगाई है। घटना थाना सासनी गेट के जयगंज इलाके की है।

प्यार की चिंगारी को एक लड़की ने बुझने नहीं दिया। पहली नजर में हुए प्यार को पाने के लिए लड़की ने बालिग होने तक इंतजार किया। प्यार से शादी तक की यह कहानी अलीगढ़ के सासनी गेट थाना क्षेत्र के जयगंज इलाके की है। तीन साल पहले पंचनगरी की रहने वाली खुशी पाठक को कोचिंग में पढ़ने वाले वरुन से मुहब्बत हो गई। लेकिन इस प्यार के रिश्ते को खुशी के घर वालों को रास नहीं आया।

दोनों घर से भागे, लेकिन खुशी के पिता प्रेमचंद्र ने थाना सासनी गेट में वरुन के खिलाफ अपहरण व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने दोनों को बरामद किया और वरुन को अपहरण व दुष्कर्म के आरोप में जेल जाना पड़ा। नाबालिग खुशी कोई कड़ा कदम नहीं उठा सकी, क्यों कि वह नाबालिग थी। वहीं पिता प्रेमचंद ने भी वरुन से संबंध रखने पर आत्मह्त्या की धमकी दे दी थी। घरवालों के विरोध के चलते खुशी तीन साल तक चुप रही।

बालिग होने पर प्रेमी से की शादी pic(social media)

बालिग होने पर लिया निर्णय

बता दें कि वरुन पांच महीने जेल में काटने के बाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। 31 मार्च 2021 को खुशी पाठक ने 18 साल की उम्र पूरी कर ली और अपनी मर्जी का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हो गई। मंगलवार को खुशी ने कोर्ट में अपने वकील को खड़ा कर जज के सामने अपने प्यार की दास्तां सुना दी। खुशी ने न्यायालय से वरुन के खिलाफ चल रहे ट्रायल को वापस ले लिया। घर वालों के खिलाफ जाते हुए मंगलवार को खुशी ने मंदिर में शादी कर ली। इस दौरान वकील, मंदिर के पुजारी और वरुन के पिता अरविंद परिवार सहित मौजूद रहे। खुशी के घरवाले इस शादी में शामिल नहीं हुये, क्योंकि अभी भी खुशी के पिता प्रेमचंद्र शादी के खिलाफ हैं।

शादी के बाद अब उसे अपने घर वालों के जान का खतरा है.। और मुख्यमंत्री, एसएसपी व महिला आयोग को पत्र भेज कर सुरक्षा की मांग की है। खुशी ने बताया कि कोर्ट में मेरे परिवार ने केस किया था। लड़की ने 18 साल की होने पर वरुन के बचाव में बयान दिया है कि और अब बालिग होने पर अपनी मर्जी से शादी कर रही हूं। वरुन के पिता अरविंद अग्रवाल ने बताया कि तीन साल पहले दोनों का अफेयर चल रहा था। शादी करना चाहते थे, लेकिन 18 साल से कम होने के चलते नहीं कर पायें। अब दोनों कोर्ट को सच्चाई बता कर बेधड़क अपनी मर्जी से शादी कर रहे हैं। पिता अरविंद ने बताया कि दूसरी बेटी घर आई है।

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