Chitrakoot News: चित्रकूट में सेल्फी के चक्कर में डूब गए एक ही रिश्तेदारी के तीन भाई

Chitrakoot News: चित्रकूट (Chitrakoot) के शबरी जलप्रपात में एक ही रिश्तेदारी के 3 युवकों पानी में डूबने से मौत हो गई।

Written By :  Vijay Kumar Tiwari
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-07-19 03:30 GMT

नदी में डूबने से मौत (फोटो- सोशल मीडिया)

Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट (Chitrakoot) जिले के सबरी जलप्रपात में एक ही रिश्तेदारी के 3 युवकों की पानी में डूबने से मौत हो गई, जबकि चौथे बच्चे को सकुशल बचा लिया गया है। जानकारी के अनुसार, यह बच्चे नहाने के लिए जलप्रपात में गए थे और सेल्फी लेते समय उनका संतुलन बिगड़ने से यह हादसा हो गया। पानी में डूब रहे एक युवक को बचाने में एक के बाद एक 3 युवक डूबते चले गए।

आपको बता दें कि रविवार को लॉकडाउन होने से लोग फ्री मूड में होते हैं और अक्सर कहीं घूमने फिरने चले जाते हैं। इसी कारण व्यापारी परिवार के ये तीनों युवक शबरी जलप्रपात में पिकनिक मनाने के उद्देश्य से गए हुए थे। तीनों युवक आपस में रिश्ते के भाई बताए जा रहे हैं।

एक दूसरे को बचाने में डूबे तीन भाई 

मानिकपुर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले शबरी जलप्रपात पर्यटन स्थल पर जब एक युवक नहाते समय अपने मोबाइल से सेल्फी बनाने की कोशिश कर रहा था, तभी उसका पैर फिसल गया। उसको पानी में डूबते देख अन्य भाई बचाने की कोशिश करने लगे और एक के बाद एक तीन भाई डूबने लगे।

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, अतर्रा निवासी पीयूष, मोहित, साहिल और आकाश अपने परिवार के सदस्यों के साथ शबरी जलप्रपात पहुंचे थे। आकाश को जिंदा बचा लिया गया बाकी तीनों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों की माने तो जिस समय उनको पानी से बाहर निकाला गया था तब वह चारों लोग जिंदा थे। इनमें तीन ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।

(फोटो- सोशल मीडिया)

बताया जा रहा है कि मारकुंडी के शबरी जलप्रपात स्थल पर पानी से निकाले जाने के बाद पीयूष, मोहित, साहिल को मप्र के मझगवां अस्पताल ले जाया गया था, ताकि उनकी जान बचायी जा सके।


लोगों का कहना है कि घटनास्थल से मध्य प्रदेश का मझगवां अस्पताल केवल 15 किमी दूर था। इस घटना की सूचना मिलने के बाद मानिकपुर से एबुंलेस, पुलिस व प्रशासन की टीम को पहुंचने में काफी देरी हुयी, क्योंकि मानिकपुर की दूरी लगभग 30 किमी है।

पिता का मददगार था पीयूष, साहिल करता था पढ़ाई

हादसे के बाद पड़ोसियों ने बताया कि पीयूष बहुत ही हंसमुख स्वभाव का लड़का था। वह अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पीयूष अपने पिता विद्यासागर की नगर पालिका कार्यालय के सामने स्थित किराने की दुकान को चलाने में मदद किया करता था। जबकि साहिल ननिहाल में रहकर पढ़ाई करने का काम कर रहा था। साहिल दो भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। साहिल अपनी ननिहाल कालूकुंआ बांदा में रहकर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज से 11वीं की पढ़ाई कर रहा था।

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