Jalaun News: भाजपा को लगा तगड़ा झटका, यह बड़ा नेता सपा में हुआ शामिल

भाजपा के कद्दावर नेता हरिओम उपाध्याय ने भाजपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थामा है, इससे पहले ये बसपा में भी थे।

Report :  Afsar Haq
Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-07-11 11:36 GMT

हरिमओम उपाध्याय भाजपा छोड़कर सपा की सदस्यता ग्रहण की(फाईल फोटो)

Jalaun News:  भाजपा को आज तगड़ा झटका लगा जब उनके पार्टी के कद्दावर नेता व जालौन के पूर्व जिलाध्यक्ष हरिओम उपाध्याय ने पार्टी को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। उनके जाने से भाजपा को जालौन क्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ सकता है। उपाध्याय भाजपा के लिए जालौन व झांसी क्षेत्र के लिए ब्रह्रामण चेहरा थे जिनके जाने के बाद पार्टी के नुकसान होने की संभावना है। इससे पहले उपाध्याय बसपा में भी रह चुके हैं औऱ वे मंत्री भी रहे थे औऱ माधोगढ़ से बसपा के टिकट पर विधायक भी बने थें।

हरिओम ने सपा की सदस्यता ग्रहण की

आपको बता दें की जालौन जिला पंचायत चुनाव के ठीक बाद भाजपा को जोर का झटका देते हुए भाजपा के एक कद्दावर नेता जो कि पूर्व मंत्री भी रह चुके है उन्होंने भाजपा को बाय बाय कहते हुए साइकल की सवारी कर ली रविवार को लखनऊ में सपा के रस्तीय अध्यक्ष की मौजूदगी में उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण की। बता दे भाजपा के वरिष्ठ नेता और बसपा सरकार में कबीना मंत्री का काम कर चुके हरिओम उपाध्यय ने आज सपा की सदस्यता ग्रहण की।


 हरिओम उपाध्याय भाजपा को छोड़कर सपा में गए(फाईल फोटो)


 उनका सपा में जाने की मुख्य वजह भाजपा में ज्यादा सम्मान न मिलना माना जा रहा है सूत्रों की माने तो हरिओम एक बार फिर से माधोगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ने की मंशा पाले हुए है जो उनकी भाजपा में रहते हुए पूरी नही हो रही थी जिसके चलते उन्होंने टिकट की संभावना के चलते साइकल की सवारी करना उचित समझा।

हरिओम उपाध्याय को 2001 में उन्हे भाजपा का जालौन का जिलाध्यक्ष भी बनाया 

छात्र जीवन मे विद्यार्थी परिषद से छात्र संघ अध्यक्ष बनने से अपना राजनैतिक जीवन शुरू करने बाले हरिओम उपाध्यय ने भाजपा के संगठन जिला युवा मोर्चा के अध्यक्ष के रुप मे काम किया संगठन को मजबूत करने में सफल रहे जिसका इनाम के तौर पर पार्टी ने 2001 में उन्हे भाजपा का जालौन का जिलाध्यक्ष भी बनाया गया। लेकिन कुछ माह बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें भाजपा से निकाल दिया गया और उन्होंने उसके बाद बसपा का दामन थाम लिया।


हरिओम उपाध्याय की फाईल फोटो


बसपा ने उन्हें माधोगढ़ विधानसभा से 2007 मे प्रत्याशी बनाया और बसपा के सोशल इंजीनियर का फायदे मैं हरिओम ने जबर्दस्त जीत के साथ आलोचकों को करारा जवाब दिया। जीत का फल भी उन्हें बीएसपी सरकार में होमगार्ड विभाग का कबीना मंत्री बनाया गया। पांच साल काम करने के बाद हरिओम ने बसपा को बाय बाय कह कर एक बार फिर भगवा लहराने का मन बनाया और भाजपा ग्रहण की। बाद में 2019 स्नातक शिक्षक का चुनाव लड़ा लेकिन करारी हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद हरिओम का कद भाजपा में कम हो गया और हरिओम को भाजपा ने महत्व देना कम कर दिया। लगातार हो रही उपेक्षा से आजीज होकर रविवार को हरिओम ने सपा की सदस्यता ग्रहण की

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