Jhansi News: कोटरा-डबरा के बीच रेलवे लाइन पानी में डूबी, रेल यातायात प्रभावित

झांसी-ग्वालियर रेलवे सेक्शन के मध्य कोटरा और डबरा के बीच रेलवे लाइन पानी में डूब गई। इस कारण रेलयातायात बंद कर दिया गया।

Report :  B.K Kushwaha
Published By :  Ashiki
Update: 2021-08-04 17:21 GMT

जांच करते रेलवे के अफसर 

झांसी: झांसी-ग्वालियर रेलवे सेक्शन के मध्य कोटरा और डबरा के बीच रेलवे लाइन पानी में डूब गई। इस कारण रेलयातायात बंद कर दिया गया। इसकी जानकारी लगते ही रेलवे के अफसर मौके पर पहुंचे। करीब ढाई घंटे के बाद जलस्तर कम होते ही रेल यातायात पुन: चालू कर दिया गया। हालांकि रेलवे के तीन वरिष्ठ अफसरों ने बड़े हादसे को देखते हुए डबरा सेक्शन में रात गुजारी है। सिंध नदी का पानी कम होते ही रेलवे के अफसरों ने सांस ली है। उधर, बुधवार की सुबह मंडल रेल प्रबंधक और रेल सुरक्षा बल के मंडल सुरक्षा आयुक्त ने कोटरा और डबरा रेलवे सेक्शन का बारीकि से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सिंध नदी का पानी तीन फिट नीचे चला गया। इसके बाद ट्रेनों को कॉशन आर्डर पर निकाला गया।

मध्य प्रदेश की सिंध नदी समेत अन्य नदियों में जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ गया। सिंध नदी में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने झाँसी-ग्वालियर मार्ग को जोड़ने वाले पुल पर आवागमन फिलहाल बंद कर दिया गया है। वहीं, ग्वालियर से झाँसी वाले रुट पर मंगलवार रात को रेलवे ट्रैफिक को बंद कर दिया गया था। ग्वालियर से झाँसी जाने वाले ट्रैक पर सिंध नदी के रेलवे पुल पर परेशानी आ गई थी। वहीं, 3 अगस्त 2021 को कोटरा-डबरा के बीच किलोमीटर संख्या 1176/02-28 पर रेलवे लाइन पानी में डूब गई है। इस कारण सुरक्षा व्यवस्था को देते हुए रेलवे विभाग ने 4 अगस्त को गाडी संख्या 01807 झाँसी-आगरा और गाडी संख्या 01808 आगरा-झाँसी को रद्द कर दिया गया है।


इस मामले की जानकारी लगते ही अपर मंडल रेल प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, सीनियर डीईएन अफसर देररात डबरा रेलवे सेक्शन पहुंचे। इसकी जानकारी मिलते ही रेल सुरक्षा बल का स्टॉफ भी वहां पहुंचा। रेलवे लाइन के किनारे से गुजर रहे सिंध नदी के पानी को देखते हुए रेलवे अफसरों में हड़कंप मच गया। रात 11-30 से रात 1.35 तक रेल यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया। जैसे ही सिंध नदी का जलस्तर कम हुआ तो डाउन रेल मार्ग से ट्रेनों का आवागमन शुरु कर दिया गया। ट्रेनों को कॉशन ऑर्डर पर निकाला गया। करीब ढाई घंटे तक उक्त सेक्शन का रेलयातायात प्रभावित रहा है। सूत्रों का कहना है कि रेलवे लाइन से सिंध नदी का पानी जब तीन फिट नीचे चला गया, तभी रेलवे अफसरों ने राहत की सास ली है। वहीं, मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर, रेल सुरक्षा बल के मंडल सुरक्षा आयुक्त आलोक कुमार भी मौके पर पहुंचे। दोनों अफसरों ने टीम के साथ रेलवे पुल, रेलवे लाइन आदि का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सिंध नदी के पानी का जलस्तर कम होता दिखाई दिया। इसके बाद अप रेलमार्ग भी धीरे धीरे चालू किया जा सका।

गोराघाट पुल नें आई दरार

ग्वालियर झाँसी रोड पर डबरा दतिया के बीच सिंध नदी पर बना गोराघाट पुल में दरार आ गई। इस पर प्रशासन ने ट्रैफिक बंद कर दिया गया है। यानि ग्वालियर से दतिया, झाँसी का आवागमन प्रभावित हो गया। यानि एक जगह और कनेक्टिविटी टूट गई।


ग्वालियर, डबरा और झाँसी मार्ग पूरी तरह से बंद

दतिया में सिंध नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गोराघाट पर बने सिंध नदी के दोनों पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। दोनों पुलों के बंद होने से झाँसी से आने वाले भारी वाहनों को दतिया से पहले टोला प्लाजा के पास ही रोका गया है जिससे यहां लंबी कतारें देखने को मिल रही है। साथ ही कलापुरम पर भी बैरिकेड लगा दिए हैं ताकि भारी वाहन आगे ना बढ़ सकें। बताते हैं कि वर्तमान में ये दोनों पुल डबरा, झाँसी और ग्वालियर मार्ग को एक दूसरे से जोड़ने का काम करते हैं और इनके बंद होने के कारण इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया।

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