Jhansi News : मायका और मोबाइल दांपत्य जीवन के लिए बन रहा खतरा, जानें इसके कारण

Jhansi News :विवाहिता का अकारण मायके में रहना, ससुराल वालों के प्रति अविश्वास से संयुक्त परिवार का ताना बाना टूट रहा है।

Report :  B.K Kushwaha
Published By :  Shraddha
Update:2021-07-18 10:36 IST

प्रभारी पूनम शर्मा परिवार परामर्श केंद्र में किया विचार विमर्श 

Jhansi News : पति, पत्नी और 'वो' को लेकर घर में होने वाली कलह से ज्यादा विवाहिता (Married Woman) का मायका व मोबाइल प्रेम (Mobile Love) दांपत्य जीवन (Married Life) के लिए खतरा बन रहा है। हालात यह हैं कि विवाहिता का अकारण मायके में रहना, ससुराल वालों के प्रति अविश्वास तथा अलग रहने की जिद से संयुक्त परिवार का ताना बाना टूट रहा है।

इस साल अब तक जुलाई माह में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में दांपत्य जीवन की समस्याओं से जुड़ी 135 शिकायतें की गई जिन पर गहन विचार विमर्श करने पर काउंसलरों ने यह निष्कर्ष निकाला कि विवाहिता का मोबाइल प्रेम, ससुराल में मायके पक्ष का अकारण हस्तक्षेप और परिवार से अलग रहने की उसकी जिद परिवार की खुशियों को ग्रहण लगा रहा है। दांपत्य जीवन से जुड़ी शिकायतों में पुरुषों की असलियत भी सामने आ रही है। तमाम ऐसी भी शिकायतें सामने आईं जिनमें पति की नशाखोरी, ससुराल वालों का दहेज लोभ व किसी और महिला से नजदीकी परिवार के बिखरने की वजह बन रही है।

माता-पिता का साथ छोड़ो या तलाक लो

पत्नी से परेशान पति ने परिवार परामर्श केंद्र में आवेदन दिया कि उसकी पत्नी परिवार के साथ नहीं रहना चाहती है। वह कहती है कि माता-पिता व भाइयों का साथ छोड़ो या तलाक दो।


पत्नी परिवार के साथ नहीं रहना चाहती (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

शादी के बाद से ही मायके में डेरा

एक युवक ने आवेदन किया कि शादी के एक माह बाद से ही पत्नी प्रताड़ना दे रही है। उसने माता-पिता से अलग रहने से इनकार कर दिया तो मायके चली गई। आत्महत्या की धमकी देती है।

गृहस्थी नहीं मोबाइल में दिलचस्पी

विवाह के एक साल बाद पत्नी की शिकायत लेकर पहुंचे पति की पीड़ा है कि पत्नी गृहस्थी जमाने में नहीं बल्कि मोबाइल में दिलचस्पी रखती है। घर वालों की शिकायत मायके में करती है।

महिलाओं की मोबाइल में दिलचस्पी ज्यादा (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)


 पति द्वारा पत्नी के विरुद्ध शिकायत

अकारण मायके में रहना, आत्महत्या की धमकी देना, अलग रहने की जिद, अविश्वास करना, ससुराल वालों की दखलंदाजी, बिना मायके कहीं भी चले जाना, मोबाइल पर व्यस्त रहना।

पत्नी द्वारा पति के विरुद्ध शिकायत

पति का नशेड़ी होना, मारपीट करना, दहेज की मांग करना, विश्वास न करना, मां-बाप का कहना मानना, परिवार से अलग न होने देना, मायके जाने पर रोक लगाना, सास द्वारा परेशान करना।

पांच मामलों का किया निस्तारण

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीणा के निर्देशन में महिला थाना में परिवार परामर्श का आयोजन किया गया जिसमें छह प्रार्थना पत्र की सुनवाई हुई। इसमें पांच निस्तारित हुए। परामर्श केद्र में काउंसलर नीति शास्त्री, महिला आरक्षी महिमा कुशवाहा, प्रतिभा यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

इन टीम का कहना

विवाहित महिलाओं का मोबाइल प्रेम, मायके पक्ष का ससुराल में अनैतिक दखल तथा अलग रहने की प्रवृत्ति दांपत्य जीवन के लिए खतरा उत्पन्न कर रही है। महिला व पुरुष का एक दूसरे के प्रति अविश्वास के कारण भी रिश्ते टूट रहे हैं।

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