Mahoba News: मृत महिला को लगी कोरोना वैक्सीन! स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से सभी हैरान
Mahoba News: यह सनसनी खेज मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया है और लोग कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर उंगलिया उठा रहे है।
Mahoba News: महोबा जिले में स्वास्थ्य विभाग (health Department) की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है । स्वास्थ्य विभाग ने एक मुर्दें को भी वैक्सीन लगाकर (corona vaccination) लोगो को हैरत में डाल दिया ! ये सुनकर आप भी चौंक जरूर गए होंगे। स्वास्थय विभाग द्वारा करीब तीन महीने पहले मर चुकी महिला को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज (second dose) लगा दी गयी है । यह सनसनी खेज मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया है और लोग कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर उंगलिया उठा रहे है।
सभी को हैरत करने वाला यह मामला उत्तरप्रदेश के महोबा जनपद का है । जिसे समझने के लिए पहले आप यह मृत्यु प्रमाण पत्र देखिये । यह म्रत्यु प्रमाण पत्र 41 वर्ष कि हेमलता का है, जिनकी मृत्यु 21 सितंबर 2021 को हो चुकी है। पर स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही के चलते तीन महीने बाद इसी 17 जनवरी को इस मृत महिला को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा दी गयी है । इस मृत्य महिला को वैक्सीन की दूसरी डोज लगा देना का मैसेज वायरल होने के बाद से जिले और स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया है ।
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ( CMO) डॉ० सुधाकर पांडेय ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिये है । उन्होंने कहा कि ये मेगा वेक्सिनेशन कैम्प चल रहा है। ये गलती से भी हो सकता है फिर भी इस लापरवाही को लेकर जाँच कराकर इस गलती को सही कराया जायेगा ।
बिलरही गांव का मामला
महोबा जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र के बिलरही गांव (Bilari gaon) की रहने वाली 41 साल की हेमलता, पत्नी देवपाल की 21 सितंबर 2021 को मृत्यु हो गयी थी । उसने मृत्यु से पहले 10 जुलाई को अपने पति देवपाल यादव के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली थी पर अचानक ही उसकी तबीयत बिगड़ने के कारण इलाज के दौरान उसकी 21 सितम्बर को मृत्यु हो गई । उसके मरने के तीन महीने बाद 17 जनवरी 2022 को इस मर चुकी महिला को कोरोनॉ वैक्सीन की दुसरी डोज लगाने का मैसेज वॉयरल होने लगा है । वायरल मैसेज को लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे है ।
स्वास्थय विभाग से वेरिफिकेशन कॉल
मृतिका का भतीजा सौरभ यादव बताता है कि 15 जनवरी को उसके पास स्वास्थय विभाग से वेरिफिकेशन कॉल आया था, जिसमे उसने जानकारी भी दी थी कि उसकी चाची की मृत्यु हो चुकी है। मगर वो उस समय हैरत में पड़ गया जब उसके मोबाइल पर दूसरी डोज सफलता पूर्वक लगने का मेसेज आ गया । स्वास्थय विभाग की कोरोना महामारी से बचाव को लेकर इतनी बड़ी लापरवाही जिसने भी सुनी वो हैरत में पड़ गया ।