औरया में चुनाव हारने के बाद बौखलाए प्रत्याशी ने उखाड़ा हैंडपंप, प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई
बीडीसी का चुनाव हारने के बाद प्रत्याशी ने खेतों पर लगे हैंडपंप को उखाड़ दिया, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं कि
औरैया: एरवाकटरा थाना क्षेत्र के ग्राम उमरैन में राहगीरों की प्यास बुझाने और गर्मी से राहत देने के लिए प्याऊ बैठाने और राहगीरों के रात्रि विश्राम के लिए धर्मशाला निर्माण की परंपरा हिंदुस्तान में आदिकाल से चली आ रही है। हमारे पूर्वज कुएं बाबड़ी बनबाने तथा प्याऊ बैठाना धर्म का काम समझते थे लेकिन अब लोगो की मानसिकता बिल्कुल बदल चुकी है और अपनी निजी खुन्नस में लोग हजारों राहगीरों की प्यास बुझाने बाले पनिहास को नष्ट करने से भी नहीं चूक रहे है।
ऐसा ही एक मामला उमरैन से सामने आया है जहाँ बीडीसी का चुनाव हारने पर एक प्रत्याशी ने खेतों पर किसानों की प्यास बुझाने के लिए लगे इंडिया मार्का हैंडपम्प को उखाड़ दिया। हैंडपम्प उखाड़ते हुए किसानों ने दबंगो को रंगे हाथों पकड़ लिया और हैंडपम्प उखाड़े जाने की लिखित शिकायत ऐरवा कटरा पुलिस से की लेकिन ऐरवा कटरा पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं कि जिससे किसानों में आक्रोश है।
ज्ञातव्य हो कि उमरैन की पूर्व प्रधान के पुत्र ने हाल में ही सम्पन्न हुए पंचायत चुनाव में उमरैन तृतीय से क्षेत्र पंचायत का चुनाव लड़ा था और चुनाव हार गया। हारे हुए प्रत्याशी के बाबा ने अपने नाती के चुनाव हारने की खुन्नस में मिश्राबाद रोड पर चकरोड के किनारे लगे इंडिया मार्का हैंडपम्प को उखड़वा दिया। उमरैन निबासी महाराज सिंह पाल, नरेश पाल, अंकित पाल, प्रमोद कुमार, जितेंद्र शर्मा ने बताया कि उमरैन कस्बे से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित खेतो में पीने के पानी का एकमात्र सहारा इंडिया मार्का हैंडपम्प था लेकिन उमरैन के दबंगों ने बीडीसी चुनाव हारने की खुन्नस में चकरोड के किनारे लगे सरकारी हैंडपम्प को शनिवार दोपहर उखाड़ दिया। इन लोगों को किसानों ने हैंडपम्प उखाड़ते हुए रंगे हाथ पकड़ा तो ये सभी लोग दबंगई पर उतारू हो गए और किसानों के साथ गाली गलौच की। हैंडपम्प उखाड़े जाने से किसानों के सामने पीने के पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है। किसानों ने हैंडपम्प उखाड़ने की लिखित शिकायत ऐरवाकटरा थाने में की लेकिन दबंगो के बिरुद्ध पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न करने से दबंगो के हौसले बुलंद है।