Gomti River Front Scam : गोरखपुर में बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल के घर CBI का छापा, जानिए कैसे आया इनका नाम
अखिलेश सरकार में बहुचर्चित रिवर फ्रंट घोटाला में जांच कर रही सीबीआई सोमवार को गोरखपुर में पहुंची। जहां उसके संतकबीरनगर से बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल के राप्तीनगर के गणेशपुरम स्थित आवास पर छापेमारी की।
गोरखपुर. अखिलेश सरकार में बहुचर्चित रिवर फ्रंट घोटाला में जांच कर रही सीबीआई सोमवार को गोरखपुर में पहुंची। जहां उसके संतकबीरनगर से बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल के राप्तीनगर के गणेशपुरम स्थित आवास पर छापेमारी की। विधायक के भाई अखिलेश सिंह का कनेक्शन रिवर फ्रंट से जुड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी से है। गोरखपुर के ऋषि कंस्ट्रक्शन और अनमोल एसोसिएट का ज्वाइंट वेंचर है। आरोप यह भी है कि जिस कंपनी को इस काम का ठेका दिया गया था, वह पहले से डिफाल्टर थी। टीम अभी विधायक के घर पर कागजात देख रही है।सीबीआई की टीम एक कार से करीब सुबह 9 बजे विधायक के घर पहुंची। तभी से छापेमारी जारी है। घर के बाहर मीडिया की टीम का जमावड़ा है। सोमवार को सीबीआई ने सपा सरकार में हुए रिवर फ्रंट घोटाले में प्रदेश के 13 जिलों में एक साथ छापामारी की है। इसी क्रम में गोरखपुर के राप्तीनगर स्थित गणेशपुरम में विधायक राकेश सिंह बघेल के घर भी सीबीआई का छापा पड़ा है। बताया जा रहा है कि विधायक के भाई उस कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े हैं जो इस मामले में शामिल है। 407 करोड़ रुपए के इस घोटाले में सीबीआई ने कई सुपरिंटेंड इंजीनियर और अधिशासी इंजीनियरों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
योगी की सक्रियता से दर्ज हुआ था मामला
रिवर फ्रंट घोटाले की सीबीआई जांच की संस्तुति करने से पहले यूपी सरकार ने अप्रैल 2017 में इस घोटाले की न्यायिक जांच कराई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज न्यायमूर्ति आलोक सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति ने जांच में दोषी पाए गए इंजीनियरों और अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की संस्तुति की थी। इसके बाद 19 जून 2017 को सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डॉ. अंबुज द्विवेदी ने गोमतीनगर थाने में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में यह जांच सीबीआई को स्थानान्तरित हो गई।
जूताकांड में चर्चित हुए थे राकेश सिंह बघेल
मेहदावल से विधायक राकेश सिंह बघेल हिन्दू युवा वाहिनी से जुड़े रहे हैं। वे बीते वर्षों में तब सुर्खियों में आए थे जब संतकबीरनगर में जिला पंचायत की बैठक में पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी से भिड़ गए थे। जिससे बाद सांसद ने उन्हें प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने जूतों से पीट दिया था। बता दें जूताकांड में चर्चा में आए शरद त्रिपाठी की पिछले दिनों लंबी बीमारी में निधन हो गया था।