Chandauli News: 5 साल के बच्चे ने जो निराश्रितों के लिए किया उसे सुनकर आप भी कहेंगे वाह भाई वाह
Chandauli News: इस कड़ाके की ठंड का अनुभव करते हुए 5 साल का बच्चा अधिराज सिंह ने अपने माता-पिता को विवश कर गर्म कपड़े देने के लिए पहुंच गया। 5 साल के बच्चे की सोच एवं संस्कार देखकर उपस्थित सभी लोगों ने यही कहा वाह भाई वाह।
Chandauli News: चंदौली जिला मुख्यालय स्थित वृद्धाश्रम में असहाय पड़े निराश्रितों को इस कड़ाके की ठंड का अनुभव करते हुए 5 साल का बच्चा अधिराज सिंह ने अपने माता-पिता को विवश कर गर्म कपड़े देने के लिए पहुंच गया। 5 साल के बच्चे की सोच एवं संस्कार देखकर उपस्थित सभी लोगों ने यही कहा वाह भाई वाह।
चंदौली मुख्यालय स्थित वृद्धाश्रम में रविवार को सायंकाल एक अलग ही झलक देखने को मिली जब 5 वर्षीय कुंवर अधिराज नारायण सिंह ने अपनी मां समाज सेविका प्रियंका सिंह साथ वृद्धजनों के बीच पहुंचकर हाल जाना। इस दौरान 120 वृद्धजनों को गर्म कपड़े एवं कंबल वितरीत किए । इस दौरान कुंवर अधिराज नारायण सिंह ने कहा कि यहां दादा-दादी लोग रहती हैं और उन्हें ठंड लग रही है इसके लिए मां के साथ आकर हम सभी दादा-दादी को कंबल वितरित कर उन्हें ठंड से बचाने का कार्य कर सके ।
इस दौरान प्रियंका सिंह ने कहा कि दान नहीं बल्कि एक सहयोग है। इस कड़कड़ाती ठंड में वृद्धजनों की सेवा ही परमोधर्म है।जैसे ही वृद्धजनों को गर्म वस्त्र मिले वैसे ही वृद्धाश्रम के लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। इस दौरान 5 वर्षीय कुंवर अधिराज नारायण सिंह व उनकी मां प्रियंका सिंह का आदर करते हुए वृद्धजन आशीर्वाद देने लगे ।
कहा जाता है परहित सरिस धर्म नहीं भाई,दूसरे की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। उनकी सेवा के लिए एक मंच पर आकर सहयोग करने की जरूरत है। वृद्धजन हमारी संस्कृति और हमारे विचारों के स्रोत है ।इसे हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। लोगों को कुंवर अधिराज नारायण सिंह से प्रेरणा लेकर लोगों को एक सीख लेनी चाहिए कि जिन मां-बाप को इस वृद्ध आश्रम में भेज कर,अपने बच्चे से सुख और चैन की कमाना कर रहे रहे हैं ।वह इस नन्हे से बालक से सीख ले और अपनी मां-बाप की सेवा कर उनके आशीर्वाद ले तभी जीवन सफल हो सकता हैं।
वहीं वृद्धाश्रम में रहने वाले लोगों ने कंबल एवं गर्म कपड़े पाकर पूरे परिवार को आशीर्वाद दिया और कहा कि समाजसेवी प्रियंका सिंह उनके पति व बच्चा हर पर्व पर आते हैं और हम लोगों को परिजनों की तरह सम्मान देकर जो भी जरूरी होता है उसे मुखिया करते हैं।इस दौरान , मानबहादुर सिंह उर्फ राजन, प्रिंस सिंह, माता उषा सिंह,नम्रता सिंह,राजेश्वर पटेल ,विष्णु देव शर्मा,दिव्या गुप्ता उपस्थित रहे।