Chandauli News: चंदौली में एक्सपर्ट टाक का आयोजन, बीचयू के एसोसिएट प्रोफेसर ने ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहरों पर दिया व्याख्यान
Chandauli News: डॉ. विनय कुमार ने चंदौली जिले के पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि चंदौली का इतिहास और संस्कृति कितनी समृद्ध है और यह क्षेत्र भारतीय इतिहास और पुरातत्व के लिए क्यों महत्वपूर्ण है।;
चंदौली में एक्सपर्ट टाक का आयोजन (Photo- Social Media)
Chandauli News: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला मुख्यालय स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय में पीएम श्री स्कीम के अंतर्गत एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया गया। जिसमें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग (एआईएचसी) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.विनय कुमार ने चंदौली जिले के पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व पर विस्तृत व्याख्यान दिया।डॉ कुमार के साथ उनके श्रीलंकाई शोध छात्र कासुन जयसूर्या व अनिता कुमारी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का बुके, स्मृति चिन्ह, व बैज द्वारा सम्मान किया गया।
इतिहास और पुरातत्व के क्षेत्र में अध्ययन के लिए प्रेरित किया गया
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन व विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत के माध्यम से किया गया। प्राचार्य संजय मिश्र ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को इतिहास और पुरातत्व के क्षेत्र में अध्ययन के लिए प्रेरित किया और बताया कि ऐसे कार्यक्रम उनके ज्ञान और समझ को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इसके बाद डॉ. विनय कुमार ने चंदौली जिले के पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि चंदौली का इतिहास और संस्कृति कितनी समृद्ध है और यह क्षेत्र भारतीय इतिहास और पुरातत्व के लिए क्यों महत्वपूर्ण है। उन्होंने वाल्मीकि आश्रम, लतीफ शाह बांध, राजदरी, देवदरी, नौगढ़ किला, हेतमपुर किला और मटिगांव जैसे स्थलों के महत्व को रेखांकित किया।डॉ. कुमार ने विशेष रूप से वाल्मीकि आश्रम के पौराणिक महत्व पर चर्चा की।
रामायण के इतिहास से भी जुड़ा है यह शहर
उन्होंने बताया कि यह वही स्थान है जहाँ माता सीता ने निवास किया था और उनके पुत्र लव और कुश का जन्म हुआ था। यह स्थान रामायण के इतिहास और उसकी जड़ों को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इतिहास व आर्कियोलॉजी में विभिन्न करियर के संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताया साथ ही विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समुचित समाधान भी किया।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के उप प्राचार्य शुभेंदु भट्टाचार्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन चिन्मय मिश्र ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक के. सी.चौबे, ए.पी.तिवारी,विनोद कुमार, इंदु शर्मा, रश्मि कुमारी,पूजा सिंह,श्वेता पांडे, डॉ महेश तिवारी,मनुश्री गुप्ता,नवीन कुमार आदि उपस्थित रहे।