New Year 2024: नए साल पर बना रहे हैं पिकनिक का प्लान, तो सज-धज कर तैयार हैं चंदौली के ये पर्यटन स्थल

New Year 2024: जिले में नौगढ़ क्षेत्र को प्रकृति ने अपने हाथों से सजाया और संवारा है। यहां कई ऐसे प्राकृतिक स्थान है जो आज के समय में पिकनिक स्पॉट के रूप में पूरे राज्य भर में जाने जा रहे हैं।

Update: 2023-12-31 10:14 GMT

चंदौली के इन पर्यटन स्थल पर मनाये नए साल पर पिकनिक (न्यूजट्रैक)

Chadauli News: देखते-देखते साल 2023 बीत गया। अब लोग नयी उम्मीद और उमंग के साथ नए साल 2024 का आगाज करने में लगे हैं। कई लोग तो आज के दिन 31 दिसंबर को ही अपने डेस्टिनेशन के लिए निकल गये हैं। वहीं कई लोग एक जनवरी को जायेंगे। लोगों ने नये साल के आगमन की पूरी तैयारी कर रखी है। जिले में स्थित पर्यटन स्थल भी सैलानियों के स्वागत के लिए सज-धज कर तैयार है। ऐसे में अगर आप भी नए साल में कही पिकनिक मनाने की सोच रहे हैं, तो आप वाराणसी से सटे चंदौली जिले के इन जगहों पर जाकर लुफ्त उठा सकते हैं। तो आइये बताते हैं कि कौन-कौन सी जगह जाकर आप नये साल का जश्न मना सकते हैं।


चंद्रप्रभा बांध (राजदरी-देवदरी) जलप्रपात

खुशनुमा आबोहवा के कारण राजदरी - देवदरी जलप्रपात में पूरे साल सैलानियों का तांता लगा रहता है। लेकिन नव वर्ष पर यहां सैलानियों की सबसे अधिक भीड़ होती है।बता दें कि राजदरी-देवदरी जलप्रपात में न सिर्फ अपना ही प्रदेश बल्कि पड़ोसी राज्य बिहार,मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ से भी काफी संख्या में सैलानी आते हैं।जल प्रपात के समीप सेल्फी प्वाइंट,वॉच टॉवर के अलावा कुछ दूरी पर गहिला बाबा,कोइलरवा हनुमान जी का मंदिर समेत कई दर्शनीय स्थल भी हैं।


नौगढ़ बांध औरवाटाड़ (बड़ी दरी) जलप्रपात

जंगल की हरी वादियों में यहां सैलानी पहुंच कर चैन और सुकून महसूस करते हैं।जिला समेत पूरे राज्य भर के लिए यह खुशी की बात है कि नौगढ़ बांध स्थित औरवाटाड़ (बड़ी दरी) जलप्रपात को इको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने आर्थिक मदद भी किया है।यहां भी पूरे साल सैलानियों का तांता लगा रहता है।लेकिन नए साल में यहां सैलानियों का हुजुम उमड़ पड़ता है। खुले जंगल में स्वच्छ विचरण करते जंगली जानवरों को देखना किसी रोमांच से कम नहीं है।


भैसौड़ा बांध

समीपवर्ती जिला सोनभद्र और पड़ोसी राज्य बिहार से सटे होने के कारण भैसौड़ा बांध पर भी बराबर सैलानी आते रहते हैं। नये साल में यहां पर भी काफी संख्या में लोग आते हैं। समीप में सुलेमान बाबा का मजार है। जहां रोज भूत प्रेत से पीड़ित लोग अपनी अर्ज लगाने दरबार में जाते है। इसके चलते भी यहां रोजाना काफी भीड़ होती हैं।


मां अमरा भगवती का मंदिर

भैसौड़ा बांध से कुछ दूरी पर नर्वदापुर ग्राम में अविस्थत है मां अमरा भगवती का ऐतिहासिक मंदिर..कहते हैं कि जो भी सच्चे मन से मन्नत मांगता है माता उनकी मुरादें अवश्य पूरी करती हैं। यही कारण है कि पहली जनवरी को काफी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं और माता का आर्शीवाद लेकर नये वर्ष की शुरुआत करते हैं। आस पास के लोगों के पहली जनवरी को तफरीह के लिए यह एक अच्छा स्पॉट है।

काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर वाराणसी के अंतर्गत चंदौली जिले के डीएफओ दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चंद्रप्रभा बांध (राजदरी- देवदरी )जलप्रपात,नौगढ़ बांध औरवाटाड़ (बड़ी दरी) जलप्रपात के अलावा छान पातर दरी को इको टूरिज्म के तहत विकसित किया जा रहा है। जहां सैलानी आकर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें सकते हैं। यहां के लोग भी इसका स्वागत कर रहे हैं। डीएफओ श्री श्रीवास्तव ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस क्षेत्र को प्रदूषित न करे। नए साल के अवसर पर कई लोग पिकनिक मनाने आएंगे। वह लोग कूड़ा एक जगह जमा करे और वैसे ही कूड़ा रहे जिसको डिस्पोज किया जा सके। वहीं प्रशासन ने सैलानियों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए हैं।

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