Lok Sabha Election 2024: बीजेपी, सपा और बसपा में चंदौली का कौन सिकंदर, जानिए क्या है रूझान?
Lok Sabha Elections 2024: चंदौली लोकसभा की सीट पर जैसे-जैसे मौसम का तापमान बढ़ रहा है, उसी प्रकार प्रत्याशियों के साथ-साथ उनके समर्थकों का प्रचार जोर पकड़ रहा है। समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी को विपक्ष से सीधी टक्कर मानते हुए जीत भी मान रहे है।
Lok Sabha Elections 2024: चंदौली संसदीय क्षेत्र में इस बार भारतीय जनता पार्टी से महेंद्र नाथ पांडेय, समाजवादी पार्टी से वीरेंद्र तथा बहुजन समाज पार्टी से सत्येंद्र जनता के सहयोग से चंदौली का सिकंदर बनने की होड़ में लगे हुए हैं। भाजपा के महेंद्र नाथ पांडेय तीसरी बार हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में है। वहीं, सपा से पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह विधानसभा के बाद अब लोकसभा में अपनी जोर आजमाइश करने में जुटे हुए है तथा बहुजन समाज पार्टी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य अपने परंपरागत वोटो के साथ पहली बार देश के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में पहुंचने की लालसा में जी जान से जुटे हैं।
चंदौली लोकसभा की सीट पर जैसे-जैसे मौसम का तापमान बढ़ रहा है, उसी प्रकार प्रत्याशियों के साथ-साथ उनके समर्थकों का प्रचार जोर पकड़ रहा है। समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी को विपक्ष से सीधी टक्कर मानते हुए जीत भी मान रहे है। जबकि लोकसभा चुनाव में महेंद्र, वीरेंद्र एवं सत्येंद्र में त्रिकोडीय लड़ाई मानी जा रही है। अब देखना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में तीनों की टक्कर में ऊंट किस करवट बैठता है और चंदौली का सिकंदर कौन बनता है।
भाजपा अपने विकास कार्यों के आधार पर सभी जाति धर्म को अपना वोट बैंक बताकर जीत का दावा कर रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी विपक्षी होने का लाभ लेने की बात करते हुए भाजपा के विरोधियों को अपने पाले में लाने के साथ ही राजपूत बिरादरी के बल पर जीत का दावा कर रही है। बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सतेंद्र कुमार मौर्य मायावती के परंपरागत वोटों के साथ स्वजाति वोटो के आंकड़ों में भारी अपने आप को बता रहे है। आने वाले 1 जून का मतदान ही इसका निर्णय कर पायेगा।
इस चुनाव में समाजवादी पार्टी से राजपूत प्रत्याशी होने से राजपूतों के वोटो में बिखराव के कारण भाजपा की भी मुश्किल बढ़ी हुई है। अब देखना है कि 4 जून को चंदौली लोकसभा सीट से जनता किसको सिकंदर बना कर दिल्ली भेजती है।