Lok Sabha Election 2024: चंदौली में बसपा प्रत्याशी ने बदल दिया राजनीतक समीकरण, जानिये कैसे

Lok Sabha Election 2024: बसपा प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य ने बताया कि हम लोगों के संस्कार में समाज सेवा है, जिसका परिणाम है कि जहां भी कहीं ऐसी घटनाएं घटती है। तत्काल अपने आपकी परवाह किए बिना लोगों की मदद में जुट जाते हैं।

Report :  Ashvini Mishra
Update:2024-05-14 11:37 IST

बसपा प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य (Pic: Social Media)

Lok Sabha Election 2024: चंदौली संसदीय क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सत्येंद्र कुमार मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं। उनके द्वारा समाज में अपने समाजसेवी होने के दो ऐसे नमूने प्रस्तुत किये गये, जिससे जनपद में बहुजन समाज पार्टी की हवा बदलने लगी है। इसके बाद लोगों में प्रत्याशी की कार्यशैली की चर्चा जोरों पर हो रही है।

जनपद में बसपा प्रत्याशी के दो कामों की चर्चा

दरअसल, बसपा प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए जा रहे थे, इस दौरान उन्होने देखा कि सकलडीहा विधानसभा के विशनपुर गांव में खड़ी गेहूं की फसल जल रही थी। बसपा प्रत्याशी ने बिना कुछ सोचें-समझे आग बुझाने में जुट गए। चिलचिलाती घुप में आग की लपटों के बीच में अधिक परिश्रम के बाद सबके सहयोग से आग पर काबू पाया गया, जिससे प्रभावित होकर पीड़ित राजपूत जाति के किसान ने बसपा प्रत्याशी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया।

यही नहीं मुगलसराय में सेफ्टी टैंक में जहरीली गैस से एक साथ चार मौतों से जिला दहल गया था। जिसमें मृतक गरीबों के यहाँ सबसे आगे बढ़ चढ़कर बसपा प्रत्याशी ने उनको कंधा दिया। जिसकी खबर जंगल में आग की तरफ फैल गई और लोगों ने समाज सेवा की खूब चर्चा की। बाकी लोग समाज सेवा की बात कहते हैं लेकिन बसपा प्रत्याशी ने उसे करके दिखा दिया।

इस संबंध में बसपा प्रत्याशी सत्येंद्र कुमार मौर्य ने बताया कि हम लोगों के संस्कार में समाज सेवा है, जिसका परिणाम है कि जहां भी कहीं ऐसी घटनाएं घटती है। तत्काल अपने आपकी परवाह किए बिना लोगों की मदद में जुट जाते हैं। सांसद बनने के बाद चंदौली के विकास के लिए एक नया आयाम लिखा जाएगा। चंदौली में इंजीनियरिंग कॉलेज महत्वपूर्ण है जिसके लिए छात्र इधर-उधर भटकते हैं। इसी तरह स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क आदि पर विशेष जोर देकर कार्य किया जाएगा। अभी तक जो सांसद हुए हैं वह सरकार के कार्य को ही गिनाते रहे हैं अपने द्वारा कुछ विशेष चंदौली संसदीय क्षेत्र के लिए नहीं किया गया है। चंदौली की पहचान जैसे किसानों से धान की कटोरे के रूप में है इस तरह इसको और बेहतर पहचान देने की जरूरत है। 

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