Chandauli News: नवागत एबीएसए के स्वागत में कसीदे पढ़ने में दागी शिक्षक रहे आगे,जानिए क्यों परेशान है गुरुजी
Chandauli News: इन शिक्षकों के स्वागत की चर्चा जोरों पर है और विद्यालय से शिक्षण कार्य छोड़कर खंड शिक्षा अधिकारी को पॉलिश लगाने के लिए शिक्षक ब्लाक संसाधन केंद्र मथेला पहुंच गए।
Chandauli News: चंदौली जनपद के चहनिया ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी का स्थानांतरण होने के बाद नवजात खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र कुमार सहाय के स्वागत में विशेष कर जिन शिक्षकों की जांच करने का जिम्मा साहब को मिला है वही दागी शिक्षक आगे देखने को मिल रहे हैं। इन शिक्षकों के स्वागत की चर्चा जोरों पर है और विद्यालय से शिक्षण कार्य छोड़कर खंड शिक्षा अधिकारी को पॉलिश लगाने के लिए शिक्षक ब्लाक संसाधन केंद्र मथेला पहुंच गए।
आपको बता दें कि चंदौली जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा बीते दिनों चहनिया ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी राजेश चतुर्वेदी का स्थानांतरण नियमताबाद ब्लॉक के लिए किया गया,जबकि नौगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र प्रताप सहायक को चहनिया ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यभार ग्रहण करने के बाद शिक्षण कार्य में कम रुचि लेने वाले और फर्जी काम करने वाले शिक्षक खंड शिक्षा अधिकारी के स्वागत में शिक्षण कार्य छोड़कर ब्लॉक संसाधन केंद्र मथेला पहुंचकर विधिवत एक सभा कर माइक से संचालन के द्वारा माल्यार्पण कर उनके संबंध में कसीदे पढ़े।
सबसे बड़ी बात है कि पिछले दिनों अविष्कार योजना में फर्जीफिकेशन कर इंटर की छात्रा को शामिल करा कर कक्षा 8 की छात्रा की जगह पुरस्कार जीतने वाले कंपोजिट विद्यालय हृदयपुर के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित दो शिक्षक भी खंड शिक्षा अधिकारी का सम्मान करने में सबसे आगे दिखे।इन शिक्षकों के फर्जीफिकेशन की जांच भी निवर्तमान समय में नौगढ़ में तैनात तथा वर्तमान समय में चहनियां खंड शिक्षा अधिकारी का चार्ज लेने वाले सुरेंद्र प्रताप सहाय को इन शिक्षकों की जांच भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दिया गया है। हालांकि सूत्रों की माने तो लीपा पोती करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी का स्थानांतरण किया गया है और जिस खंड शिक्षा अधिकारी को जांच दी गई है वही खंड शिक्षा अधिकारी अब आरोपी शिक्षकों के अधिकारी होंगे।
अब देखना है की जीरो टॉलरेंस पर काम करने की दुहाई देने वाली भाजपा सरकार में प्रत्यक्ष प्रमाण होने के बाद भी अधिकारी कैसे जांच के नाम पर मामले को ठंडे बस्ते में डालकर गुनहगारों को बचाने के जुगत में लग गए हैं।इस पूरे मामले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के ऊपर भी उंगली उठने लगी है कि एक सप्ताह के अंदर जांच करने का निर्देश दिया है लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई भी जांच पूरी नहीं हो पाई और उसी ब्लाक की जिम्मेदारी दी गई है।जबकि इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात करने के लिए प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठ पाया।