कानपुर: शुक्लागंज रेलवे ब्रिज के टर्फ बदलने का काम 09 अप्रैल से शुरू होगा। इस दौरान 35 दिनों तक यह ब्रिज बंद रहेगा। ब्रिज से होकर गुजरने वाली सभी ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। वहीं पैसेंजर ट्रेने और कम दूरी वाली ट्रेनों का भी संचालन रद्द कर दिया जाएगा।
70 साल पुराना है रेलवे ब्रिज
-गंगा पुल पर बना यह रेलवे ब्रिज लगभग 70 साल पुराना है।
-यह पुरानी टेक्निक्स से बना हुआ है।
-इस पर रेलवे ने बड़ी लाइन बिछाने से लेकर ट्रैक बदलने का काम किया है।
-इस पुराने रेलवे पुल पर ज्यादा लोड न पड़े, इस मानक का ध्यान रखा जा रहा है।
कई सालों से खस्ता हाल पड़ा रेलवे पुल
-लखनऊ को दिल्ली से जोड़ने वाला शुक्लागंज रेलवे पुल कई साल से खस्ता हाल पड़ा हुआ है।
-जिसमें रोजाना 300 से ज्यादा पैसेंजर ट्रेन और माल गाड़ियां निकलती हैं।
-हजारो यात्री अपनी जान जोखिम में डाल कर इस पुल से गुजरते हैं।
-इस पुल पर काम करने के लिए रेलवे डिपार्टमेन्ट को 2 साल सिर्फ विचार करने में लग गए कि यह काम कैसे होगा।
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क्या कहते हैं गंगाघाट स्टेशन मास्टर
-गंगाघाट स्टेशन मास्टर छोटेलाल के मुताबिक इस रूट पर गुजरने वाली एक्सप्रेस ट्रेन जो दिल्ली जाती हैं, उनके रूट में बदलाव किया गया है।
-कुछ ट्रेन इलाहबाद होते हुए और कुछ मुरादाबाद होते हुए जाएंगी।
-ट्रेनों का रूट बहुत बिजी हो जाएगा।
-इसलिए कम दूरी में चलने वाली ट्रेनों को बंद कर दिया गया है।
-वहीं कानपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली एलसी अब कानपुर नही जाएगी।
-यह गंगा घाट रेलवे स्टेशन तक ही जाएगी और यही ट्रेन दोबारा लखनऊ वापस चली जाएगी।
-शनिवार को चीफ इंजीनियर ब्रिज एमपी शाह, डिप्टी चीफ इंजीनियर राकेश कुमार और डीइएन 5 रंजीत कुमार ने ब्रिज का सर्वे किया था।
-उन्होंने कहा कि कई साल से टर्फ बदलने का काम नही हुआ है।
-धूप और बारिश के कारण इनमे जंग लग गई है।
-इनको बदलने के लिए हाइड्रोलिक मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।
-इंजीनियरों की देख-रेख में पूरा काम किया जाएगा।